8th Pay Commission: 20-30 या 186% कितनी बढ़ेगी सरकारी कर्मचारियों की सैलरी, समझिए आसान कैलकुलेशन
8th Pay Commission से कर्मचारियों की सैलरी में 20-186% तक वृद्धि की चर्चा है। कुछ विशेषज्ञ 20-30% की बढ़ोतरी का अनुमान लगाते हैं। जानिए संभावित बदलाव।

8th Pay Commission: उज्जवल प्रदेश डेस्क. सरकारी कर्मचारी 8वें वेतन आयोग को लेकर उत्साहित हैं, जो जनवरी 2026 में लागू हो सकता है। इस आयोग के जरिए वेतन और पेंशन में महंगाई के आधार पर संशोधन होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसमें सैलरी बढ़ोतरी का अनुमान 20-186% तक लगाया जा रहा है। इस खबर ने 1 करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच उत्सुकता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि नए वेतन आयोग से क्या बदलाव होने वाले हैं।
8th Pay Commission की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में सरकारी कर्मचारी 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन पा रहे हैं, जो 2016 से लागू है। वेतन आयोग का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की सैलरी को महंगाई के अनुसार संशोधित करना है। हाल ही में सरकार ने 8वें वेतन आयोग को मंजूरी देने की घोषणा की। इस घोषणा के बाद सैलरी में संभावित वृद्धि को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
फिटमेंट फैक्टर यानी सैलरी बढ़ोतरी का कैलकुलेशन
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक है जिससे यह तय होता है कि कर्मचारियों के न्यूनतम मूल वेतन में कितने गुना बढ़ोतरी होगी।
- पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का कहना है कि यह 1.92 से 2.08 के बीच हो सकता है।
- NC-JCM के सचिव शिव गोपाल मिश्रा की राय में यह फैक्टर 2.86 होना चाहिए।
महंगाई भत्ते (DA) का प्रभाव
8वां वेतन आयोग लागू होने तक महंगाई भत्ता (DA) लगभग 60% होने का अनुमान है। इसे इस तरह से समझें…
- वर्तमान में न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपए है।
- DA जोड़ने के बाद यह 28 हजार 800 रुपए हो जाता है।
नए बजट के बाद 2026 से यदि नया फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो सैलरी में यह बदलाव हो सकता है…
- 1.92 फिटमेंट फैक्टर पर 34 हजार 560 रुपए होगा।
- 2.08 फिटमेंट फैक्टर पर 37 हजार 440 रुपए होगा।
- 2.86 फिटमेंट फैक्टर पर 51 हजार 480 रुपए हो सकता है।
संभावित सैलरी का कैलकुलेशन
यदि किसी कर्मचारी का वर्तमान वेतन 18 हजार रुपए है, तो अलग-अलग फिटमेंट फैक्टर्स पर उसका नया वेतन कुछ इस प्रकार हो सकता है…
फिटमेंट फैक्टर | वर्तमान वेतन | प्रतिशत | संभावित नया वेतन |
1.92 | ₹ 18000 | 20% | ₹ 34560 |
2 | ₹ 18000 | 30% | ₹ 37440 |
2.86 | ₹ 18000 | 80% | ₹ 51480 |
सैलरी में वृद्धि को लेकर कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि सैलरी में 20-30% की बढ़ोतरी संभव है। वहीं, कई लोग 186% तक की वृद्धि का भी दावा कर रहे हैं। यह अंतर सरकार की आर्थिक नीतियों और बजट पर निर्भर करेगा।
8वें वेतन आयोग के फायदे
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए इस आयोग के कई फायदे हैं…
सैलरी में इजाफा: कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन बढ़ने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
खर्च करने की क्षमता: अधिक वेतन से लोग अधिक खर्च कर सकेंगे, जिससे घरेलू बाजार में खरीदारी बढ़ेगी।
अर्थव्यवस्था को फायदा: बढ़ती खर्च करने की क्षमता से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
8th Pay Commission से चुनौतियां
जहां एक ओर वेतन आयोग फायदे देगा, वहीं कुछ चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं, जो इस प्रकार हो सकती हैं…
1. सरकारी खजाने पर दबाव: सैलरी और पेंशन बढ़ने से सरकारी बजट पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
2. महंगाई में वृद्धि: अधिक सैलरी से खर्च बढ़ेगा, जिससे महंगाई दर पर असर पड़ सकता है।
3. निजी क्षेत्र में असमानता: सरकारी और निजी क्षेत्र के वेतन में अंतर बढ़ सकता है, जिससे असमानता उत्पन्न हो सकती है।
सरकार की स्थिति और अगले कदम
सरकार को अब फिटमेंट फैक्टर तय करना होगा, जिससे यह स्पष्ट होगा कि सैलरी में कितना इजाफा होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला देश की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करेगा।
8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों को सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला सरकार अपने बजट और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही बनाएगी। इसलिए हम कर्मचारियों को सलाह देते हैं कि वे सरकारी घोषणाओं के लिए हमारी वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।