Rajasthan News: पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पीएचडी होल्डर बताया जा रहा बेटा
Rajasthan News: उदयपुर के मल्लातलाई इलाके में सनसनी फैल गई जब पता चला कि पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई हैं।

Rajasthan News: उज्जवल प्रदेश, उदयपुर. उदयपुर के मल्लातलाई इलाके में शनिवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष भगोरा ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही अंबामाता थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आशीष ने घर में फंदा लगाकर जान दी। वह उच्च शिक्षित थे और पीएचडी होल्डर बताए जा रहे हैं।
घटना उदयपुर के एकलव्य कॉलोनी स्थित भगोरा परिवार के निजी आवास पर हुई। सुबह जब परिजनों ने आशीष को नहीं देखा तो तलाश शुरू की गई। इसके बाद उन्हें एक कमरे में फांसी पर लटका पाया गया इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों के मुताबिक आशीष पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान थे, हालांकि इसकी पुष्टि अब तक पुलिस या परिजनों द्वारा नहीं की गई है। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। अंबामाता थाना अधिकारी के अनुसार कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, हालांकि मोबाइल और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
कौन हैं महावीर भगोरा ?
पूर्व सांसद महावीर भगोरा का नाम राजनीति में बड़ा रहा है। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे और विधायक, मंत्री से लेकर सांसद तक का सफर तय किया था। हालांकि उनका जीवन भी विवादों से अछूता नहीं रहा। 22 जुलाई 2008 को लोकसभा में हुए वोट के बदले नोट कांड में उनका नाम सामने आया था। संसद में एक करोड़ रुपये लहराने की घटना ने देशभर में सनसनी मचा दी थी, जिसमें महावीर भगोरा समेत कई नेताओं पर कार्रवाई हुई थी, इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
महावीर भगोरा की राजनीतिक यात्रा भी खास रही। राजनीति में आने से पहले वे समाज कल्याण विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर 1991 में सलूंबर से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 1993 में गोगुंदा से विधायक बने और तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत की सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए।
चार साल पहले महावीर भगोरा का निधन कोरोना संक्रमण के चलते हो गया था। उनके निधन के बाद से परिवार में आशीष ही प्रमुख सदस्य के रूप में देखे जा रहे थे। अब उनके निधन की खबर से इलाके में शोक की लहर है। उनके निवास एकलव्य कॉलोनी में बड़ी संख्या में लोग शोक जताने पहुंच रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।