TRUMP ने MODI से पूछा- ‘कनाडा से लौटते समय क्या अमेरिका रुक सकते हैं’
TRUMP ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर कनाडा से लौटते समय कुछ वक्त अमेरिका रुकने का अनुरोध किया। लेकिन पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को साफ इनकार कर दिया।

TRUMP: उज्जवल प्रदेश, वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (TRUMP) ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Modi) से फोन पर बात की। इस दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी से कनाडा (Canada) में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन से लौटते (Returning) समय कुछ वक्त के लिए अमेरिका (America) में (In) रुकने (Stay) का अनुरोध (Asked) किया। लेकिन पीएम मोदी ने साफ इनकार कर दिया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह फोन वार्ता करीब 35 मिनट तक चली, जिसमें दोनों नेताओं ने विभिन्न वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। विदेश सचिव ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि क्या वह कनाडा से लौटते वक्त अमेरिका आ सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए अमेरिका जाने में असमर्थता जताई है। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की अपनी ‘‘सार्थक’’ यात्रा के बाद क्रोएशिया रवाना हो गए, जो तीन देशों की उनकी यात्रा का तीसरा और अंतिम पड़ाव है।
ट्रंप को दो टूक जवाब
ट्रंप से बातचीत के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई पर विशेष रूप से बात हुई। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की कोई भूमिका नहीं थी।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत का रुख
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को भारत द्वारा शुरू की गई एक सैन्य कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी। भारत ने इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। पीएम मोदी ने ट्रंप से कहा कि भारत की कार्रवाई “संतुलित, सटीक और तनाव बढ़ाने से बचने वाली” थी। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और 22 अप्रैल के बाद इस संकल्प को और मजबूत किया गया।
भारत ने मध्यस्थता की संभावना खारिज की
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट रूप से बता दिया कि भारत ने कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है और न ही भविष्य में करेगा। यह बयान ट्रंप के उन दावों के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम में भूमिका निभाई। भारत ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि संघर्षविराम दोनों देशों की आपसी सहमति से हुआ, जिसमें किसी बाहरी मध्यस्थता की कोई भूमिका नहीं थी।
जी7 शिखर सम्मेलन और ट्रंप की वापसी
जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात प्रस्तावित थी, लेकिन मध्य पूर्व में इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण ट्रंप को शिखर सम्मेलन बीच में छोड़कर अमेरिका लौटना पड़ा। इसके बाद ट्रंप ने फोन पर पीएम मोदी से संपर्क किया। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने इजरायल-ईरान संघर्ष पर भी चर्चा की।
क्वाड बैठक के लिए ट्रंप को भारत का न्योता
पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) की अगली बैठक के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। ट्रंप ने इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि वह भारत आने के लिए उत्सुक हैं। दोनों नेताओं ने निकट भविष्य में मुलाकात करने पर सहमति जताई।