मर्सिडीज ने 3 मॉडल्स को किया रिकॉल, जानें S क्लास, GLC समेत इन गाड़ियों में क्या था रिस्क, EQS और SL 55 भी लिस्ट में

Mercedes-Benz India ने S क्लास, GLC, SL 55 और EQS मॉडल्स के लिए रिकॉल जारी किया है। तकनीकी खराबी के कारण इन गाड़ियों में आग लगने का खतरा है। ग्राहक डीलरशिप से संपर्क कर VIN नंबर चेक करवा सकते हैं। कंपनी फ्री में खराबी सुधारने की प्रक्रिया शुरू करेगी।

Mercedes-Benz India: उज्जवल प्रदेश डेस्क. मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपने कई लोकप्रिय मॉडल्स के लिए बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने तकनीकी खामी के चलते S क्लास, GLC, SL 55 और EQS मॉडल्स को रिकॉल करने का फैसला लिया है। इन गाड़ियों में आग लगने की आशंका जताई गई है। आइए जानते हैं पूरी डिटेल।

मर्सिडीज-बेंज इंडिया का बड़ा फैसला

भारत में लग्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अपने कुछ प्रमुख मॉडल्स के लिए रिकॉल जारी किया है। कंपनी ने यह कदम कारों में संभावित तकनीकी खामी और आग लगने के खतरे को देखते हुए उठाया है।

जिन मॉडल्स के लिए रिकॉल जारी हुआ है, उनमें S क्लास, GLC, SL 55 AMG और EQS इलेक्ट्रिक सेडान शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि इन गाड़ियों में इंजन या इलेक्ट्रिकल सिस्टम से जुड़ी समस्या देखी गई है, जो आग लगने का कारण बन सकती है।

सेफ्टी है कंपनी की प्राथमिकता

कंपनी ने साफ किया है कि यह कदम कार मालिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। रिकॉल का मुख्य उद्देश्य संभावित खामियों को सही समय पर ठीक करना है, ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।

कंपनी अपने ग्राहकों से अपील कर रही है कि वे तुरंत अपनी नजदीकी डीलरशिप या अधिकृत सर्विस सेंटर से संपर्क करें और अपनी कार का VIN (व्हीकल आइडेंटिफिकेशन नंबर) चेक करवाएं।

किन गाड़ियों में पाई गई खामी?

मर्सिडीज-बेंज ने जिन गाड़ियों के लिए यह रिकॉल जारी किया है, उनमें S क्लास, GLC SUV, AMG SL 55 और EQS इलेक्ट्रिक सेडान शामिल हैं।

S क्लास को भारत में वीआईपी सेगमेंट की कार के तौर पर जाना जाता है, जो शानदार ड्राइविंग अनुभव देती है। GLC एक पॉपुलर कॉम्पैक्ट SUV है। वहीं SL 55 AMG एक हाई परफॉर्मेंस स्पोर्ट्स कार है। EQS मर्सिडीज की प्रीमियम इलेक्ट्रिक सेडान है, जिसमें कई आधुनिक फीचर्स दिए गए हैं।

तकनीकी खामी की वजह

कंपनी के अनुसार इन गाड़ियों में इंजन कंपोनेंट्स या इलेक्ट्रिकल सिस्टम में गड़बड़ी पाई गई है। इस वजह से इन कारों में शॉर्ट सर्किट या ओवरहीटिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।

रिकॉल की प्रक्रिया क्या होगी?

कंपनी ने रिकॉल से प्रभावित गाड़ियों की जांच और सुधार के लिए पूरी प्रक्रिया तय कर ली है। कार मालिकों को नजदीकी डीलरशिप पर जाकर अपनी कार के VIN नंबर के जरिए यह पता लगवाना होगा कि उनकी कार इस रिकॉल लिस्ट में शामिल है या नहीं।

अगर उनकी कार लिस्ट में आती है, तो डीलरशिप पर कार की पूरी जांच की जाएगी। यदि किसी तरह की खराबी मिलती है, तो कंपनी बिना कोई शुल्क लिए संबंधित पार्ट्स को बदलेगी या फिर सॉफ्टवेयर अपडेट कराएगी।

डीलरशिप से अपॉइंटमेंट लें

कंपनी ने सभी ग्राहकों से अपील की है कि वे डीलरशिप से अपॉइंटमेंट लेकर अपनी कार को तुरंत चेक कराएं। इससे गाड़ी में किसी भी संभावित खतरनाक स्थिति को समय रहते रोका जा सकेगा।

यदि कार में कोई असामान्य गंध, धुआं या इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी महसूस हो, तो तुरंत गाड़ी को बंद कर देना चाहिए और सर्विस सेंटर से संपर्क करना चाहिए।

बारिश के मौसम में बरतें सावधानी

चूंकि बारिश का मौसम शुरू हो चुका है, ऐसे में इलेक्ट्रिकल सिस्टम में पानी के संपर्क में आने से रिस्क और बढ़ सकता है। अगर आपकी कार इस रिकॉल लिस्ट में आती है, तो बारिश में विशेष सावधानी बरतें। डीफ्रॉस्ट मोड का इस्तेमाल करें और अनावश्यक जोखिम से बचें।

कंपनी का यह फैसला सराहनीय

सेफ्टी के प्रति मर्सिडीज-बेंज इंडिया का यह फैसला काबिले तारीफ है। समय रहते खामी को पहचान कर रिकॉल जारी करना ग्राहकों के प्रति कंपनी की जिम्मेदारी को दर्शाता है। इससे ग्राहकों को भी गाड़ी में किसी दुर्घटना की आशंका से राहत मिलेगी।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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