Middle East Crisis: शेयर बाजार धड़ाधड़ 800 अंक गिरा, निवेशकों के 3 लाख करोड़ डूबे
Middle East Crisis: अंतरराष्ट्रीय मंदी के बाद भारतीय बाजारों में गिरावट आई, इस चिंता के बीच कि मध्य पूर्व संघर्ष से ऊर्जा बाजार प्रभावित हो सकता है।

Middle East: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बमबारी के बाद मिडिल ईस्ट संकट गहराने से सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स करीब 500 अंक ऊपर खुला, लेकिन जल्द ही यह 800 से अधिक अंक टूट गया। निफ्टी में भी लगभग 250 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। सुबह 9:45 बजे सेंसेक्स 81,560 अंकों पर और निफ्टी 24,859 अंकों पर कारोबार कर रहे थे।
टॉप लूज़र्स और गेनर्स: आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
Middle East Crisis के चलते सेंसेक्स के टॉप लूज़र्स में इंफोसिस, एचसीएल टेक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टीसीएस शामिल रहे। दूसरी ओर, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारती एयरटेल ने सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया और टॉप गेनर्स की सूची में शुमार हुए।
Middle East Crisis: वैश्विक बाजारों में भी गिरावट, ऊर्जा संकट की चिंता
यह गिरावट (Middle East Crisis) सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रही। अमेरिका और एशिया के बाजारों में भी दबाव देखने को मिला। जापान, हांगकांग और सियोल के शेयर बाजार लाल निशान में रहे, जबकि अमेरिकी फ्यूचर्स करीब 0.5% नीचे थे। इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह यह आशंका है कि मिडिल ईस्ट संकट से ऊर्जा आपूर्ति बाधित हो सकती है।
कच्चे तेल की कीमतें उफान पर, रुपया कमजोर
ईरान द्वारा होरमुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने की आशंका के बीच वैश्विक तेल कीमतों में 2% की तेजी आई और यह जनवरी के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। इस संकट (Middle East Crisis) के चलते विदेशी मुद्रा बाजार में भी असर पड़ा, और रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे टूटकर 86.72 पर पहुंच गया।
Middle East Crisis: होरमुज़ जलडमरूमध्य पर संकट; वैश्विक आपूर्ति पर असर
होरमुज़ जलडमरूमध्य से दुनिया के लगभग 20% कच्चे तेल की आपूर्ति होती है। अगर ईरान इस मार्ग को बंद करता है, तो इससे न केवल वैश्विक ऊर्जा बाजार प्रभावित (Middle East Crisis) होंगे, बल्कि खुद ईरान और उसके सहयोगी चीन को भी नुकसान होगा। जियोजित फाइनेंशियल के डॉ. वीके विजयकुमार के अनुसार, बाजार अब भी ‘डिप में खरीदारी’ की रणनीति को प्राथमिकता दे रहा है।
जानिए क्या बोले एक्सपर्ट्स
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के देवरश वकील ने कहा कि निफ्टी के लिए नया सपोर्ट लेवल अब 24,800 अंकों पर आ गया है। वहीं, बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट (Middle East Crisis) अल्पकालिक हो सकती है, जब तक कि संकट और नहीं बढ़ता।
Middle East Crisis: ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका का हमला
रविवार सुबह अमेरिका के बॉम्बर जेट्स ने ईरान के फोर्दो, नतान्ज और इस्फहान जैसे तीन मुख्य परमाणु संयंत्रों पर हमला किया। यह कार्रवाई तब हुई जब ईरान ने इज़राइल (Middle East Crisis) की सैन्य कार्रवाई बंद होने तक किसी भी तरह की बातचीत से इनकार कर दिया। सैटेलाइट इमेज में इन ठिकानों को नुकसान हुआ दिखा, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान ने संभवतः अपने परमाणु भंडार को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया होगा।