RAJ THAKRE बोले- बाल ठाकरे जो ना कर सके, वह फडणवीस ने किया, हम भाइयों को साथ खड़ा किया
RAJ THAKRE और उद्धव ठाकरे संयुक्त रैली कर रहे हैं। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राज ठाकरे ने कहाकि जो बाल ठाकरे नहीं कर सके, वह आज देवेंद्र फडणवीस ने कर दिया। उन्होंने दोनों भाइयों को साथ खड़ा कर दिया।

RAJ THAKRE: उज्जवल प्रदेश, मुंबई. महाराष्ट्र में आज राज ठाकरे (RAJ THAKRE) और उद्धव ठाकरे संयुक्त रैली कर रहे हैं। इस दौरान महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राज ठाकरे ने कहाकि जो बाल ठाकरे (Bal Thackeray) नहीं (Not) कर सके (Do), वह आज देवेंद्र फडणवीस (Fadnavis) ने कर दिया। उन्होंने हम दोनों भाइयों (Brothers) को साथ (Togethered) खड़ा कर दिया।
वहीं, इस मौके पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने भी राज ठाकरे के सुर में सुर मिलाया। उन्होंने कहा कि हम क्या कहते हैं, इससे ज्यादा जरूरी है यह है कि हम साथ हैं। हम साथ आए हैं और साथ ही रहेंगे। हमें इस्तेमाल करके फेंकने वालों को अब हम फेंकेंगे।
एकनाथ शिंदे पर भी निशाना
इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपने हमें बहुत इस्तेमाल कर लिया है। अगर आपके पास बालासाहेब ठाकरे का समर्थन न होता तो आपको महाराष्ट्र में कौन जानता? आप हमें हिंदुत्व सिखाने वाले हैं कौन? उद्धव ने कहाकि जब मुंबई में दंगे हो रहे थे। मराठा लोगों ने महाराष्ट्र में सभी हिंदुओं को बचाया था, चाहे वो कोई भी होंगे। अगर आप विरोध के लिए, न्याय पाने के लिए लड़ रहे मराठी लोगों को गुंडा कह रहे हैं तो ठीक है, हम गुंडा हैं।
हिंदी भाषा अच्छी, लेकिन थोपना नहीं
इससे पहले इस मौके पर राज ठाकरे ने कहा कि हिंदी अच्छी भाषा है। हमें हिंदी अच्छी लगती है। सारी भाषाएं अच्छी हैं। लेकिन हिंदी भाषा को थोपा जाना बर्दाश्त नहीं। राज ठाकरे ने कहाकि महाराष्ट्र सरकार ने मराठी लोगों की मजबूत एकता के कारण त्रिभाषा फार्मूले पर फैसला वापस लिया। त्रिभाषा फॉर्मूले पर फैसला मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश का मुख्य हिस्सा था।
कोई समझौता नहीं
राज ठाकरे ने आगे कहाकि भाषा का व्यक्ति से क्या लेना-देना? उन्होंने कहाकि बालासाहेब ठाकरे और मेरे पिता श्रीकांत ठाकरे ने इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई की। बालासाहेब ठाकरे ने अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाई की, अंग्रेजी अखबार में काम किया लेकिन मराठी को लेकर कभी समझौता नहीं किया। दक्षिण भारत के कई राजनेता और फिल्मी हस्तियां अंग्रेजी विद्यालयों में पढ़ी, लेकिन तमिल और तेलुगु भाषा पर उन्हें गर्व है। लालकृष्ण आडवाणी ने सेंट पैट्रिक हाईस्कूल में पढ़ाई की, जो एक मिशनरी स्कूल था, लेकिन उनके हिंदुत्व पर शक कर सकते हैं?
महाराष्ट्र से बड़ा कोई मुद्दा नहीं
मनसे चीफ ने कहाकि महाराष्ट्र से बड़ा कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहाकि महाराष्ट्र के लिए जो कर सकते हैं करेंगे। राज ठाकरे ने इस दौरान कहाकि भाषा के बाद यह लोग जाति की राजनीति करेंगे। उन्होंने कहाकि ये मराठी लोगों को कभी एक साथ नहीं आने देंगे। राज ठाकरे ने कहाकि हिंदी बोलने वाले राज्य आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं। लोग वहां से भागकर गैर हिंदीभाषी प्रदेशों की तरफ आ रहे हैं। क्यों नहीं हिंदी ने इन राज्यों को आगे बढ़ने में मदद की?
वोट के लिए कर रहे ऐसा
राज ठाकरे ने आगे कहाकि यह लोग बस वोट के लिए ऐसा कर रहे हैं। अगर हिंदी लागू करने का यह फैसला चुपचाप स्वीकार कर लिय जाता तो आगे यह लोग अगले कदम के रूप में मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर देते। उन्होंने कहाकि हिंदी भाषी राज्यों पर कई साल तक मराठा शासन रहा। लेकिन क्या वहां पर कभी हमने मराठी लागू करने की कोशिश की? राज ठाकरे ने तंज करते हुए कहाकि मंत्रियों की हिंदी सुनोगे तो गिर पड़ोगे।