Meta Vs OpenAI के बीच टैलेंट वॉर, सैम ऑल्टमैन का शांत लेकिन करारा जवाब

Meta Vs OpenAI: टेक्नोलॉजी की दुनिया में इन दिनों AI को लेकर मची हलचल के बीच Meta और OpenAI के बीच टैलेंट वॉर तेज हो गया है। पहली बार OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने Meta के आक्रामक रिक्रूटमेंट पर प्रतिक्रिया दी है।

Meta Vs OpenAI: उज्जवल प्रदेश डेस्क. टेक्नोलॉजी की दुनिया में इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर बड़ी हलचल मची हुई है। Meta और OpenAI के बीच टैलेंट वॉर छिड़ गया है। इसी कड़ी में पहली बार OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने Meta के आक्रामक रिक्रूटमेंट पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

हाल ही में सन वैली कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत में ऑल्टमैन ने Meta और मार्क जुकरबर्ग के साथ चल रहे इस टैलेंट युद्ध पर हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “सब कुछ ठीक है।” उन्होंने कहा कि उनकी टीम बेहद प्रतिभाशाली है और अपने काम से प्यार करती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि, “कुछ लोग अलग-अलग जगहों पर जाते रहते हैं। इंडस्ट्री में काफी उत्साह है, लेकिन हम ठीक हैं।”

Meta ने छीने OpenAI के सात टॉप रिसर्चर

Meta ने अपनी नई सुपरइंटेलिजेंस लैब्स के लिए OpenAI के कम से कम सात वरिष्ठ AI रिसर्चर्स को नियुक्त किया है, जिससे यह घोषणा हुई है। इनमें वे वैज्ञानिक भी शामिल हैं जिन्होंने OpenAI के रीजनिंग मॉडल्स को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई थी।

खबरों के मुताबिक, Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग ने OpenAI के टॉप टैलेंट (Meta Vs OpenAI) को लुभाने के लिए भारी-भरकम ऑफर दिए। सैम ऑल्टमैन ने अपने भाई के पॉडकास्ट में खुलासा किया था कि जुकरबर्ग उनकी टीम के कई लोगों को “$100 मिलियन डॉलर” तक के साइनिंग बोनस का ऑफर दे रहे थे।

“मिशनरीज बनाम मर्सिनरीज” : ऑल्टमैन का करारा तंज

हालांकि, ऑल्टमैन का सार्वजनिक बयान (Meta Vs OpenAI) भले ही शांत नजर आया, लेकिन उनके इंटरनल मैसेज कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। एक लीक हुए स्लैक मैसेज में उन्होंने Meta के रिक्रूटमेंट को हल्के में लेते हुए कहा कि Meta को OpenAI के सबसे बेहतरीन टैलेंट नहीं मिले और उन्हें अपनी लिस्ट में काफी नीचे तक जाना पड़ा। उन्होंने अपने कर्मचारियों को यह भी भरोसा दिलाया कि “मिशनरीज मर्सिनरीज को हरा देंगे,” यानी उद्देश्य के लिए काम करने वाले लोग पैसों के लिए काम करने वालों से बेहतर होते हैं।

$100 मिलियन बोनस का सच

Meta की सुपरइंटेलिजेंस टीम में शामिल हुए पूर्व OpenAI रिसर्चर लुकास बेयर ने Altman के दावे को “फेक न्यूज़” बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि $100 मिलियन साइनिंग बोनस (Meta Vs OpenAI) का आंकड़ा बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है।

मिशन ड्रिवन कल्चर पर भरोसा

टैलेंट रिटेंशन (प्रतिभा को बनाए रखने) पर पूछे गए सवाल पर ऑल्टमैन ने OpenAI के मिशन-ड्रिवन अप्रोच पर भरोसा जताते हुए कहा कि एक मजबूत मिशन, शानदार लोग और बेहतरीन रिसर्च लैब (Meta Vs OpenAI) मिलकर एक सफल कंपनी बनाते हैं।

अब तक नहीं हुई जुकरबर्ग से बात

सैम ऑल्टमैन (Meta Vs OpenAI) ने यह भी बताया कि जब से Meta की तरफ से यह टैलेंट वॉर शुरू हुआ है, उन्होंने मार्क जुकरबर्ग से कोई बातचीत नहीं की है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि वे इस कॉन्फ्रेंस में उनसे मिलने के लिए उत्सुक हैं।

Mayank Parihar

उज्जवल प्रदेश डॉट कॉम में बतौर सब एडिटर कार्यरत मयंक परिहार को डिजिटल मीडिया में 4 साल से अधिक का अनुभव है। टेक्नोलॉजी, ट्रैवल-टुरिज़म, एंटेरटैनमेंट, बिजनेस साथ ही हाईपर-लोकल कंटेंट… More »

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