Bhopal में ‘नेहा किन्नर’ बनकर रह रहा था बांग्लादेशी घुसपैठिया, फर्जी पहचान से बनवा चुका था दस्तावेज़
Bhopal: भोपाल में एक बांग्लादेशी नागरिक किन्नर का रूप धारण कर वर्षों से छिपकर रह रहा था, इंटेलिजेंस यूनिट की कार्रवाई में उसकी फर्जी पहचान का भंडाफोड़ हुआ।

Bhopal: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बांग्लादेशी नागरिक सालों से किन्नर का रूप धारण कर गुपचुप तरीके से रह रहा था। इंटेलिजेंस यूनिट की सतर्कता और केंद्र सरकार की घुसपैठियों पर सख्ती के तहत इस घोटाले का खुलासा हुआ है।
किन्नर बनकर छिपा बैठा था बांग्लादेशी
बांग्लादेश निवासी अब्दुल कलाम, जिसने खुद को ‘नेहा किन्नर’ के नाम से शहर (Bhopal) में स्थापित कर लिया था, भोपाल के बुधवारा क्षेत्र में कई वर्षों से रह रहा था। वह न केवल महिला जैसा वेशभूषा और हावभाव अपनाए हुए था, बल्कि फर्जी तरीके से आधार कार्ड जैसे सरकारी पहचान पत्र भी बनवा चुका था, जिससे वह खुद को भारतीय नागरिक साबित करता था।
पहचान छुपाने का अनोखा तरीका
सूत्रों के अनुसार, अब्दुल कलाम ने जांच एजेंसियों की नजर से बचने के लिए महिला किन्नर (Bhopal) का भेष अपनाया और इस पहचान को इतनी मजबूती से निभाया कि किसी को शक भी नहीं हुआ। वह नियमित रूप से भोपाल की सड़कों पर महिला की तरह घूमता था और किन्नरों के बीच रहकर अपनी पहचान पूरी तरह बदल चुका था।
इंटेलिजेंस यूनिट की गुप्त कार्रवाई
केंद्र सरकार द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठियों (Bhopal) की धरपकड़ के अभियान के तहत भोपाल में छानबीन शुरू की गई। इसी क्रम में इंटेलिजेंस यूनिट ने अब्दुल की गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए उसे बुधवारा इलाके से हिरासत में लिया। उसके पास से मिले दस्तावेजों और पहचान से खुलासा हुआ कि वह फर्जी नेहा किन्नर नाम से भारत में अवैध रूप से रह रहा था।
फर्जी दस्तावेज और मोबाइल जांच जारी
पुलिस ने उसके मोबाइल को जब्त कर लिया है और साइबर सेल की मदद से कॉल डिटेल्स (Bhopal) और चैटिंग रिकॉर्ड की बारीकी से जांच की जा रही है। वह किन-किन लोगों के संपर्क में था, यह जानने के लिए एक स्पेशल टीम भी गठित की गई है। पूछताछ के दौरान उसने भारत में मौजूद अपने अन्य साथियों की जानकारी भी दी है, जिस पर पुलिस विशेष नजर बनाए हुए है।
हाई सिक्योरिटी में रखा गया है आरोपी
फिलहाल अब्दुल कलाम उर्फ नेहा (Bhopal) को तलैया थाने में कड़ी निगरानी में रखा गया है। उसकी पहचान महिला के रूप में दर्ज होने के कारण वहां महिला आरक्षकों को तैनात किया गया है। थाना प्रभारी और दो महिला पुलिसकर्मियों के अलावा किसी को भी उससे मिलने की इजाजत नहीं है।
डिपोर्ट की तैयारी, अधिकारियों की चुप्पी
भोपाल पुलिस ने इस मामले की जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसियों को दे दी है और अब्दुल कलाम को जल्द ही बांग्लादेश डिपोर्ट (Bhopal) किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। हालांकि, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस पूरे मामले पर अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती, कोई अंतिम बयान नहीं दिया जा सकता।