Astrology Tips: नाक से माथे तक सिंदूर लगाना परिवार में सुख और संपन्नता का प्रतीक
Astrology Tips: सिंदूर लगाना महिलाओं के लिये सौभाग्य का प्रतीक होता है। वहीं नाक से माथे तक सिंदूर लगाना सौभाग्यता के साथ साथ यह जीवनसाथी के प्रति प्रेम और सम्मान भी दर्शाया है। इस बात का बिहार इसका अच्छा खासा उदाहरण है।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. सिंदूर लगाना महिलाओं के लिये सौभाग्य का प्रतीक होता है। वहीं नाक से माथे तक सिंदूर लगाना सौभाग्यता के साथ साथ यह जीवनसाथी के प्रति प्रेम और सम्मान भी दर्शाया है।
इस बात का बिहार इसका अच्छा खासा उदाहरण बता दें कि विवाह का दिन हर किसी के लिए बहुत खास होता है। इस दिन से पुरुष और स्त्री दोनों के जीवन की एक नई शुरुआत होती है। देश के अलग-अलग जगहों पर विवाह के रीति-रिवाज भी अलग-अलग होते हैं। बिहार में भी शादी के दौरान कई प्रकार की रस्में और रीति-रिवाज होते हैं।
महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता
बता दें कि विवाहित महिलायें सिंदूर लगाने का खास महत्व होता है। ये महिलाओं के 16 श्रृंगारों में से एक है, जिसे लगाना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं कि बिहार में छठ पूजा या विवाह के दौरान नाक से माथे तक सिंदूर लगाना पति के लिए बहुत शुभ होता है।
कहते हैं कि सुहागन जितना लंबा सिंदूर लगाती हैं उनके पति की उम्र भी उतनी ही लंबी होती है। यही कारण है कि किसी भी शुभ काम के दौरान बिहार में सुहागन नाक से सिंदूर लगाती हैं। माना जाता है कि नाक से माथे तक सिंदूर लगाना परिवार में सुख और संपन्नता का प्रतीक होता है।
सुहागन को छठी मैया और सूर्य देव का प्राप्त होता है आशीर्वाद
बता दें कि बिहार में विवाहित महिलाओं द्वारा नाक से माथे तक लगाने का खास महत्व होता है। कहते हैं कि इस रंग के सिंदूर को पत्नी का पति के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इससे महिला के पति के जीवन में आने वाले कष्टों से बचाव होता है और रोग भी उनसे दूर रहते हैं।
छठ पूजा के दौरान नारंगी सिंदूर लगाने का सबसे खास महत्व होता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से सुहागन को छठी मैया और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, इससे पति के सम्मान में भी बढ़ोतरी होती है।