Astrology Tips: परिक्रमा करते समय न करें यह गलती, होता है बड़ा नुकसान

Astrology Tips: अगर भगवान की परिक्रमा कर रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान दें कि उस दौरान प्रतिमा की पीठ न देखें और न ही उन्हें प्रणाम करें। ऐसा करने से आपके समस्त पुण्य क्षीण हो जाता है।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर भगवान की परिक्रमा कर रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान दें कि उस दौरान प्रतिमा की पीठ न देखें और न ही उन्हें प्रणाम करें। ऐसा करने से आपके समस्त पुण्य क्षीण हो जाता है। ज्योतिष की मानें तो मंदिर जाने से हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मन को शांति मिलती है.

बच्चे हों या बड़े भगवान की प्रार्थना के लिए सभी को मंदिर जाना अच्छा लगता है। इस दौरान लोग पूजा-पाठ करने के बाद भगवान की परिक्रमा भी करते हैं. लेकिन इस दौरान जानकारी के अभाव में कुछ ऐसा काम भी कर जाते हैं जो आपको विपरीत परिणाम दे सकते हैं.

भगवान को पीछे से प्रणाम नहीं करना चाहिए

कहते हैं कि भगवान को पीछे से प्रणाम नहीं करना चाहिए. इसको लेकर श्रीमद् भागवत कथा में एक प्रसंग है जिसमें वर्णित है कि भगवान कृष्ण और राक्षस जरासंध के बीच भीषण युद्ध हुआ था। जरासंध राक्षस होने के बावजूद सत्कर्मी भी था. ऐसे में भगवान कृष्ण राक्षस का वध करने से पहले उसके सत्कर्मों को नष्ट करना चाहते थे ।

ये भी लिखा है

भगवान के मंदिर में जब कोई भी परिक्रमा करने के बाद पीछे से प्रणाम करता है तो दीवार होने के कारण किसी भी भगवान की प्रतिमा की पीठ सीधे तौर पर नजर नहीं आती. उधर, पीछे से प्रणाम करने का प्रचलन प्राचीन काल से है। ऐसे में जरासंध की कहानी से यह अधिक मेल नहीं खाता।

भगवान के सामने एकदम सीधे खड़े न हों

अक्सर देखा जाए तो कई लोग मंदिर में जाते ही देवी-देवताओं की प्रतिमा के सामने खड़े हो जाते हैं, लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए। हमेशा प्रतिमा के तिरछे में खड़ा होना चाहिए।

कभी भी मंदिर में न करें वाद-विवाद

देखने में कई बार ऐसा होता है कि मंदिर में दर्शन करने के समय भीड़ बढ़ने लगती है और इस वजह से भक्त एक-दूसरे से विवाद करने लग जाते हैं और मंदिर की शांति भंग होने लग जाता है। इसलिए जब भी मंदिर में जाएं, तो शांति बनाएं रखें और अपने आराध्य का ध्यन लगाएं।

नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

Related Articles

Back to top button