पूरी तरह फिट लोग भी हो सकते हैं Heart Attack के शिकार? हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं ये जरूरी आदतें!

Heart Attack : क्या पूरी तरह से फिट लोगों को हार्ट अटैक नहीं हो सकता? यह एक बड़ी गलतफहमी है। नियमित वर्कआउट और हेल्दी लाइफस्टाइल दिल की बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं। जेनेटिक फैक्टर, हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल भी हार्ट अटैक के कारण बन सकते हैं। इस लेख में जानिए एक्सरसाइज, साइलेंट हार्ट अटैक और जरूरी मेडिकल टेस्ट के बारे में विस्तृत जानकारी।

Heart Attack : उज्जवल प्रदेश डेस्क. आजकल फिटनेस का ट्रेंड काफी बढ़ चुका है। लोग घंटों जिम में पसीना बहाते हैं और खुद को हेल्दी समझते हैं। लेकिन क्या सिर्फ फिटनेस ही हार्ट अटैक से बचने के लिए काफी है? भारत में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है और यहां तक कि पूरी तरह फिट लोग भी इससे अछूते नहीं हैं। इस लेख में हम हार्ट अटैक के असली कारणों, एक्सरसाइज से जुड़े मिथकों और इससे बचाव के तरीकों पर चर्चा करेंगे।

आजकल लोगों के बीच फिटनेस को लेकर जबरदस्त जागरूकता बढ़ रही है। युवा सुबह-शाम जिम में पसीना बहा रहे हैं, हेल्दी डाइट अपना रहे हैं और खुद को पूरी तरह फिट मानते हैं। लेकिन क्या फिटनेस का मतलब यह है कि आपको हार्ट अटैक नहीं हो सकता? यह धारणा पूरी तरह गलत है।

फिटनेस और हार्ट अटैक का कनेक्शन

भारत में हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और फिटनेस फ्रीक लोग भी इससे अछूते नहीं हैं। कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि जिम में वर्कआउट करने के दौरान या उसके बाद भी लोगों को हार्ट अटैक आ जाता है। यह समस्या केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया में इसका खतरा बढ़ रहा है।

जेनेटिक फैक्टर भी है जिम्मेदार

फिटनेस का मतलब यह नहीं है कि आपका हार्ट अटैक का खतरा खत्म हो गया है। जेनेटिक फैक्टर इसमें बड़ी भूमिका निभाता है। अगर आपके परिवार में किसी को पहले हार्ट की समस्या रही है, तो आपके लिए भी यह जोखिम बना रहेगा। इसलिए हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ-साथ रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाना बेहद जरूरी है।

जरूरी मेडिकल टेस्ट करवाएं

फिटनेस को बनाए रखने के लिए जितना जरूरी वर्कआउट है, उतना ही जरूरी है हेल्थ चेकअप। नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की जांच करवाना चाहिए। हाई बीपी और हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल हार्ट अटैक के बड़े कारण बन सकते हैं।

साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा

कई बार हार्ट अटैक के लक्षण साफ नजर नहीं आते, इसे साइलेंट हार्ट अटैक कहते हैं। इसमें सीने में दर्द नहीं होता, बल्कि हल्का बैचेनी, सांस फूलना या अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है। कई लोग इसे मामूली समस्या समझकर इग्नोर कर देते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकता है।

तेज एक्सरसाइज भी बन सकती है खतरा

वर्कआउट करना हेल्थ के लिए अच्छा है, लेकिन ज्यादा तीव्रता वाला व्यायाम कभी-कभी हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। ज्यादा वर्कआउट करने से दिल की धमनियों में मौजूद प्लाक फट सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए संतुलित और शरीर की क्षमता के अनुसार ही एक्सरसाइज करें।

कैसे करें हार्ट अटैक से बचाव?

हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि आप हेल्दी डाइट लें, धूम्रपान और अल्कोहल से दूर रहें, रोजाना कम से कम 30 मिनट तक हल्का व्यायाम करें और समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएं। इसके अलावा, अगर आपको थकान, घबराहट या सीने में हल्का दर्द महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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