ChatGPT: वित्त मंत्रालय का आदेश-‘ChatGPT और DeepSeek’ उपयोग न करें कर्मचारी
ChatGPT: केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से ऑफिशियल कामों के लिए DeepSeek और ChatGPT जैसे एआई टूल का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है।

ChatGPT: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली। सोशल मीडिया साइट्स और अन्य माध्यमों के बढ़ते चलन के साथ इनसे धोखाधड़ी भी बढ़ी है। आए दिन लोगों से लाखों रुपए की ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकारें भी इनके उपयोग से बचने और सतर्कता बरतने की सलाह दे रही हैं।
भारत सरकार ने ऐसे ही चीन की आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टूल DeepSeek और ChatGPT जैसे ऐप के इस्तेमाल को लेकर हाल ही में चेतावनी जारी की है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों से ऑफिशियल कामों के लिए इस तरह की एआई टूल का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। डिपार्टमेंट की इंटरनल एडवाइजरी का हवाला देते हुए यह जानकारी दी गई है। सरकार ने इस कदम के पीछे कई जोखिमों का हवाला दिया है। सरकार के मुताबिक इन ऐप्स के इस्तेमाल से सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को लेकर कई खतरे हैं।
जानकारी के मुताबिक 29 जनवरी को दी गई यह एडवाइजरी मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए सामने आई है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय की सलाह में कहा गया है, “दफ्तरों के कंप्यूटर और दूसरे डिवाइस में एआई टूल्स और एआई ऐप (जैसे ChatGPT, DeepSeek आदि) डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता को लेकर जोखिम पैदा करते हैं।” हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि केंद्र सरकार के अन्य मंत्रालयों ने भी इसी तरह के निर्देश जारी किए हैं या नहीं। इससे पहले दुनिया के कई देशों ने डेटा सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए डीपसीक के इस्तेमाल पर इसी तरह के प्रतिबंध लगाए हैं और इसे लेकर चेतावनी भी दी है।
बीते सप्ताह ताइवान ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी सभी सरकारी एजेंसियों को चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप DeepSeek की तकनीक का उपयोग ना करने की आदेश दिया था। वहीं अमेरिकी कांग्रेस के कार्यालयों को भी चीनी एआई ऐप DeepSeek को इंस्टॉल करने के खिलाफ चेतावनी दी गई है। ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों को इसी तरह की चेतावनी जारी की है
ज्ञात होकि DeepSeek आते ही दुनियाभर में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। पिछले महीने लॉन्च होने के बाद इस एप्लीकेशन ने लोकप्रियता के मामले में ChatGPT जैसे धुरंधरों को पीछे छोड़ते हुए सुर्खियां भी बटोरीं। हालांकि भारत समेत दुनिया के कई देश चीन की इस कंपनी को लेकर आश्वस्त नहीं लग रहे हैं।