Cyber Trap: ‘विदेश में रिश्तेदार’ ठगों की नई चाल! पढ़ें कैसे बचें इस धोखाधड़ी से
Cyber Trap: साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीके अपनाते हुए उन लोगों को निशाना बनाना शुरू किया है, जिनके रिश्तेदार विदेश में रहते हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर फर्जी कहानियां गढ़ते हैं, जैसे वीजा और पासपोर्ट ब्लॉक होने का बहाना। अपराधी फर्जी बैंक रसीदें भेजकर पैसे मांगते हैं। ऐसी ही एक घटना में युवक से 70,000 रुपये ठग लिए गए।

Cyber Trap: उज्जवल प्रदेश डेस्क. साइबर अपराधियों ने ठगी (Fraud) का एक नया और खतरनाक तरीका खोज निकाला है, जिसमें वे उन लोगों को निशाना बना रहे हैं जिनके रिश्तेदार विदेश में रहते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platforms) का इस्तेमाल कर ठग मासूम लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। इसके अलावा, टेलीग्राम और वॉट्सऐप पर मुनाफे का झांसा देकर निवेशकों को ठगा जा रहा है। एटीएम में कार्ड फंसाकर और डेबिट कार्ड चुराकर हजारों की खरीदारी भी हो रही है। लोन ऐप के जरिए भी लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठे जा रहे हैं। पीड़ितों ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
कैसे हो रही है Cyber Traping?
फेसबुक अकाउंट हैक और फर्जी प्रोफाइल बनाना: ठग सबसे पहले विदेश में रहने वाले व्यक्ति के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालते हैं। इसके बाद फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनके रिश्तेदारों से संपर्क करते हैं।
मैसेंजर पर मैसेज: फर्जी प्रोफाइल से मैसेंजर पर संपर्क किया जाता है और रिश्तेदार होने का दावा किया जाता है। उदाहरण के लिए, एक युवक को उसके चाचा के नाम से मैसेज किया गया।
बैंक खाते की जानकारी और फर्जी रसीद: ठग पैसा भेजने के बहाने बैंक अकाउंट नंबर मांगते हैं। इसके बाद फर्जी बैंक रसीद दिखाकर विश्वास में लेते हैं।
वीजा और पासपोर्ट ब्लॉक का झांसा: ठग पासपोर्ट और वीज़ा ब्लॉक होने की कहानी सुनाकर पीड़ित से पैसों की मांग करते हैं।
हकीकत: पटना के एक युवक को इस तरह से 70 हजार रुपए से ठगी का शिकार बनाया गया। जब ठगों ने और पैसे मांगे, तब पीड़ित को शक हुआ और उसने असली चाचा से संपर्क किया।
साइबर ठगी के अन्य मामले
मुनाफे का झांसा
- ठग टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर लोगों को निवेश का झांसा देते हैं।
- फुलवारीशरीफ निवासी सतीश कुमार से 24 हजार और गर्दनीबाग निवासी आनंद कुमार से 2.83 लाख रुपये की ठगी हुई।
एटीएम कार्ड फंसाने का तरीका
- ठग एटीएम में कार्ड फंसा कर मदद का झांसा देते हैं।
- परसा के एक युवक के खाते से 30 हजार रुपये की निकासी और 61 हजार रुपये की ज्वेलरी खरीद ली गई।
लोन एप का शिकार
- प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने 2700 रुपये का लोन लिया।
- ठगों ने उसे 4500 रुपये और फिर बार-बार पैसे मांगने की धमकी दी।
ठगी से कैसे बचें?
सोशल मीडिया पर सतर्कता
- किसी भी संदिग्ध प्रोफाइल या मैसेज का जवाब देने से बचें।
- प्रोफाइल की सत्यता जांचें।
अनजान लिंक और कॉल से बचाव
- टेलीग्राम, व्हाट्सएप, या अन्य प्लेटफॉर्म पर अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी अज्ञात व्यक्ति को बैंक खाते या अन्य व्यक्तिगत जानकारी न दें।
साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत: यदि ठगी का शिकार हों, तो तुरंत साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
डिस्क्रिप्शन: यह लेख साइबर अपराध के नए तरीकों को उजागर करता है, जिसमें विदेश में रिश्तेदारों के नाम पर ठगी, मुनाफे का झांसा, एटीएम कार्ड चुराने और लोन ऐप से धोखाधड़ी जैसी घटनाओं का जिक्र है। लोगों को सतर्क रहने और संदिग्ध मैसेज/कॉल से बचने की सलाह दी गई है।