Desh News: कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने DCCs को सक्रिय करेगी कांग्रेस

Desh News, CONGRESS Activate DCCs, Instill, New Enthusiasm, Workers

Desh News: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) पार्टी को लगातार मिल रही चुनावी हार से चिंता बढ़ी है। इसलिए पार्टी अब जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है। जिला कांग्रेस कमेटियों (DCCs) को फिर से सक्रिय (Activate) करके पार्टी जड़ों की ओर लौटना चाहती है। पिछले कुछ दशकों में DCCs का महत्व कम हो गया था।

लेकिन अब पार्टी नेताओं को लग रहा है कि DCCs को मजबूत करना जरूरी है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में भी नया जोश (New Enthusiasm) भर (Instill) जाएगा।

खरगे और राहुल गांधी ने की मीटिंग

बुधवार को हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने DCCs की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि DCCs को संगठन का आधार माना जाना चाहिए। जिला स्तर पर मजबूत संगठन से ही पार्टी ऊपर उठ सकती है। इसलिए DCCs के ढांचे को मजबूत करना जरूरी है। साथ ही, निष्ठावान कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाना (Activate) भी जरूरी है।

जिला स्तर पर पार्टी को मजबूत करेगी कांग्रेस

पार्टी नेतृत्व ने माना कि उम्मीदवारों के चयन में जिला इकाइयों की राय को ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए। अभी DCCs से सिफारिशें राज्य इकाइयों को जाती हैं। फिर AICC अंतिम फैसला लेता है। इस प्रक्रिया में DCCs की भूमिका कम हो जाती है। पार्टी 1960 के दशक में जिलों के आधार पर संगठित थी। बाद में AICC का प्रभाव बढ़ गया। अब पार्टी फिर से जिला इकाइयों को महत्व देना चाहती है।

जिला टीम को रणनीति बनाने में दी जा सकती है बड़ी भूमिका

DCCs को चुनाव प्रचार और रणनीति बनाने में भी बड़ी भूमिका दी जा सकती है। जमीनी स्तर पर DCCs की राय पार्टी के लिए जरूरी होगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी को इस बात का एहसास हुआ है। हरियाणा में सात साल से DCCs का गठन नहीं हुआ था। इससे पार्टी को नुकसान हुआ। कई अन्य राज्यों में भी यही स्थिति है। एक पार्टी नेता ने कहा, “उद्देश्य DCCs को निर्णय लेने में अधिक जिम्मेदारी और जवाबदेही देना है।”

चुनावों में हार से कांग्रेस को लगा झटका

हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हार के बाद पार्टी नेताओं को झटका लगा है। लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया था। इससे पार्टी में उत्साह था। लेकिन विधानसभा चुनावों के नतीजों ने पार्टी को जमीनी हकीकत दिखा दी है। राहुल गांधी ने राज्यों के नेताओं से बीजेपी से मुकाबला करने के लिए बेहतर रणनीति बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का काम करने का तरीका अब पुराना हो गया है, जिससे बीजेपी को फायदा हो रहा है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी को नए और अनोखे तरीके अपनाने चाहिए। एक नेता ने इस रणनीति की तुलना शिवाजी के गुरिल्ला युद्ध से की।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और… More »

Related Articles

Back to top button