डॉ. राजकुमार मालवीय बोले – भ्रष्टाचार रूपी राक्षस नहीं होते तो मानव समाज कहीं ज़्यादा बेहतर होता

भ्रष्टाचार रूपी राक्षस नहीं होते तो मानव समाज कहीं ज़्यादा बेहतर होता, लेकिन उनका वक़्त अब पूरा हो चुका है। मुझे उम्मीद है कि राष्ट्र के नौजवानों ने बिगुल फूंक दिया है, कट्टरता, हठधर्मिता करने वाले भ्रष्टाचारियों का विनाश होगा।

उज्जवल प्रदेश, भोपाल. यदि ये भ्रष्टाचार रूपी ख़ौफ़नाक राक्षस नहीं होते तो मानव समाज कहीं ज़्यादा बेहतर होता, लेकिन उनका वक़्त अब पूरा हो चुका है। मुझे उम्मीद है कि राष्ट्र के नौजवानों ने बिगुल फूंक दिया है, कट्टरता, हठधर्मिता करने वाले भ्रष्टाचारियों का विनाश होगा।

यह कहना है मध्य प्रदेश झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यालय प्रभारी डॉ. राजकुमार मालवीय का। युवाओं के प्रेरणा स्रोत महान संत स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती मैनिट चौराहे पर मनाई गई। सभी स्कॉलर्स ने स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

इस अवसर पर सभी विभागों के पीएचडी स्कॉलर्स मौजूद रहे। मनोज दिवाकर, अंकित राजपूत, उमाशंकर सिंह, जितेंद्र नामदेव, अमन तिवारी, ब्रजेश कुमार अहिरवार, आफताब अंसारी, मनोज बिश्वास, अभिषेक प्रताप सिंह, अरविंद कुमार, कृष्णा कुमार, शशांक चौधरी, अरुण द्विवेदी, शिरीष चंद्रवंशी, सत्यम मिश्रा, अभिषेक सोनी, हेमंत चौधरी आदि पीएचडी शोधार्थी ने अपने विचार रखे।

Deepak Vishwakarma

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