RAJASTHAN के चिटफंड घोटालों में पूर्व मंत्री प्रताप खाचरियावास के घर में ED की RAIDS

RAJASTHAN की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास के जयपुर स्थित घर पर मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने छापेमारी की। यह कार्रवाई देश के सबसे बड़े चिटफंड घोटालों में शामिल PACL घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है।

RAJASTHAN: उज्जवल प्रदेश, जयपुर. राजस्थान (RAJASTHAN) की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे (Former Minister) प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम मंगलवार सुबह से ही जयपुर स्थित उनके घर पर छापेमारी (Raids) कर रही है।

यह कार्रवाई देश के सबसे बड़े चिटफंड (Chit Fund) घोटालों (Scams) में शामिल PACL (पीएसीएल) घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, ईडी को इस बात के संकेत मिले हैं कि घोटाले की रकम में से लगभग 30 करोड़ रुपये की राशि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास से जुड़ी संपत्तियों में निवेश की गई थी। पीएसीएल कंपनी पर देशभर के 5.85 करोड़ निवेशकों से करीब 49,100 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है।

केवल राजस्थान में ही 28 लाख लोगों ने 2,850 करोड़ रुपये का निवेश किया था। सेबी ने इस कंपनी की स्कीमों को अवैध मानते हुए 22 अगस्त 2014 को इसके सभी कार्यों पर रोक लगा दी थी। कंपनी ने कथित रूप से रियल एस्टेट में निवेश कराने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली थी।

इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश आर. एम. लोढ़ा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी को पीएसीएल की संपत्तियों की नीलामी कर निवेशकों को उनकी राशि ब्याज सहित लौटाने का आदेश दिया था। सेबी के अनुमान के मुताबिक, पीएसीएल के पास करीब 1.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्तियां हैं।

पीएसीएल के खिलाफ देश के कई राज्यों-जैसे मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, राजस्थान (जयपुर ग्रामीण, उदयपुर), आंध्र प्रदेश, पंजाब और छत्तीसगढ़ में मुकदमे दर्ज हैं। इस घोटाले का पहला मामला 2011 में जयपुर के चौमू थाना क्षेत्र में दर्ज हुआ था, जिसमें ठगी और चिटफंड एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। फिलहाल ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच और पूछताछ में जुटी हुई है।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और… More »

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