France Strict Action: 15 साल से कम उम्र के बच्चों पर सोशल मीडिया बैन की तैयारी
France Strict Action: फ्रांसीसी अधिकारियों ने मंगलवार को एक शिक्षण सहायक की चाकू घोंपकर हत्या के बाद बच्चों के बीच चाकू से होने वाले अपराध से निपटने के लिए कई कदम उठाने का संकल्प लिया है, और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों तक पहुंचने से रोकने का आह्वान किया है।

France Strict Action: उज्जवल प्रदेश डेस्क. फ्रांस में एक 14 वर्षीय छात्र द्वारा स्कूल की सहायक शिक्षिका की हत्या के बाद पूरे देश में सदमे की लहर दौड़ गई है। इस दर्दनाक घटना के बाद, फ्रांसीसी प्रशासन ने नाबालिगों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और चाकू की बिक्री पर बैन लगाने की घोषणा की है।
स्कूल में हुई दर्दनाक घटना
पूर्वी फ्रांस (France Strict Action) के नोझोंट (Nogent) में मंगलवार को एक माध्यमिक विद्यालय में 14 साल के छात्र ने स्कूल बैग की तलाशी के दौरान 31 वर्षीय सहायक शिक्षिका मेलनी की चाकू मारकर हत्या कर दी। यह घटना पूरे देश को हिला कर रख गई।
स्कूल के बाहर लोगों ने फूल चढ़ाकर और संदेश लिखकर शोक जताया। एक संदेश में लिखा था, “हम आपके दर्द में साझेदार हैं।” मेलनी को जानने वाली लॉरेन्स रैकलोट ने कहा, “वो बच्चों के साथ बहुत अच्छी थी। ऐसे शांत शहर में ऐसा कभी होने की कल्पना नहीं की थी।”
France Strict Action- पीड़िता एक समर्पित मां और शिक्षिका
मेलनी एक पूर्व हेयरड्रेसर थीं, जिन्होंने शिक्षण को अपना नया करियर चुना था। वह एक चार साल के बेटे की मां थीं और पास के गांव की पार्षद भी थीं। एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “अब उस छोटे बच्चे की मां नहीं रही, ये बहुत दुखद है।”
बच्चों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम
घटना के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोशल मीडिया (France Strict Action) पर कहा, “मैं 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखता हूँ। प्लेटफ़ॉर्म्स उम्र सत्यापन कर सकते हैं, तो इसे लागू किया जाए।”
यदि यूरोपीय संघ स्तर पर इस पर जल्दी कोई निर्णय नहीं हुआ, तो फ्रांस इसे अकेले लागू करेगा। साथ ही, मार्च से ही स्कूलों के आसपास बेतरतीब बैग जांच अभियान चलाया जा रहा है।
France Strict Action- चाकू की बिक्री पर दो हफ्तों में लगेगा प्रतिबंध
प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बैयरो ने घोषणा की कि दो हफ्तों के भीतर नाबालिगों को किसी भी प्रकार के हथियारनुमा चाकू की बिक्री पर प्रतिबंध (France Strict Action) लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह नियम तुरंत लागू किया जाएगा।”
साथ ही स्कूलों में मेटल डिटेक्टर लगाने की भी योजना बनाई जा रही है, हालांकि शिक्षा मंत्री एलिज़ाबेथ बॉर्न ने चेतावनी दी कि सिरेमिक ब्लेड इन डिटेक्टर्स से नहीं पकड़े जा सकते।
मानसिक स्वास्थ्य और माता-पिता की भूमिका
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि माता-पिता और शिक्षकों को किशोरों में मानसिक परेशानी (France Strict Action) के संकेतों पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि देश में मनोवैज्ञानिकों की कमी है।
शिक्षा मंत्री ने “स्क्रीन के अधिक उपयोग” को भी चिंता का विषय बताया और कहा कि युवाओं को इससे सुरक्षित रखना ज़रूरी है।
France Strict Action- शिक्षकों और संघों की चिंता
शिक्षक संघों ने सरकार की कुछ घोषणाओं (France Strict Action) पर सवाल उठाए हैं। SNES-FSU यूनियन की महासचिव ने कहा, “शिक्षा सहायक का काम पढ़ाई से जुड़ा है, न कि सुरक्षा जांच करना।” वहीं CGT Educ’action यूनियन ने बैग जांच की प्रक्रिया को स्कूल के माहौल के लिए तनावपूर्ण बताया।