Gold Prices में हल्की तेजी, मध्य पूर्व संकट और फेड मीटिंग पर टिकी नजर

Gold Prices: सुरक्षित निवेश की होड़ के बीच हाजिर सोना 0.3% चढ़ा; फेड नीति से पहले अमेरिकी वायदा में गिरावट, भू-राजनीतिक अशांति ने मांग को बढ़ाया

Gold Prices: उज्जवल प्रदेश डेस्क. न्यू दिल्ली। 17 जून मंगलवार को वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में मामूली तेजी देखने को मिली। इसकी प्रमुख वजह रही मध्य पूर्व में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता। सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में एक बार फिर सोने की मांग बढ़ी है।

वैश्विक बाजार में सोने का रुख

भारतीय समयानुसार शाम 5:30 बजे तक (12:00 PM GMT), स्पॉट गोल्ड (Gold Prices) की कीमत 0.3% बढ़कर $3,392.29 प्रति औंस रही। हालांकि, अमेरिका में जून 2025 कॉन्ट्रैक्ट (GCM25) के लिए गोल्ड फ्यूचर्स की कीमत $3,410.90 प्रति औंस रही, जो पिछले सत्र से 0.2% की गिरावट दर्शाता है।

Gold Prices- भारत में सोने के दाम

भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतों (Gold Prices) में स्थिरता रही। 24 कैरेट गोल्ड की कीमत ₹1,00,370 प्रति 10 ग्राम रही, जबकि 22 कैरेट गोल्ड ₹92,000 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता देखा गया। वहीं 18 कैरेट सोना ₹75,280 प्रति 10 ग्राम के भाव पर उपलब्ध था, यह जानकारी Goodreturns की रिपोर्ट के अनुसार है।

मध्य पूर्व तनाव ने बढ़ाई गोल्ड की मांग

इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजारों (Gold Prices) में अस्थिरता पैदा की है। इज़राइल ने ईरान के सरकारी प्रसारक पर हमला किया, वहीं संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने ईरान की यूरेनियम फैसिलिटी को नुकसान की पुष्टि की। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 सम्मेलन से अचानक वापसी करते हुए तेहरान खाली करने की अपील की, जिससे निवेशकों में डर का माहौल बना और गोल्ड जैसे सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी।

हालांकि, विश्लेषक यह भी चेतावनी दे रहे हैं कि सोने की कीमतों में अस्थिरता बनी रह सकती है, क्योंकि कीमतों में तेजी के बाद मुनाफावसूली का भी दौर देखने को मिल सकता है।

Gold Prices- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक पर नजर

अब बाजार की नजर अमेरिका की फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक पर है, जो मंगलवार से शुरू हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार ब्याज दरों इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, लेकिन ध्यान इस बात पर रहेगा कि फेड आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में गिरावट को कैसे लेगा। सोना आम तौर पर कम ब्याज दरों से लाभान्वित होता है, क्योंकि इससे ऐसे निवेशों का अवसर लागत घट जाती है जो ब्याज नहीं देते।

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