दिल का हाल: Heart Blockage के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
Heart Blockage: बदलती जीवनशैली और गलत खानपान के कारण हार्ट ब्लॉकेज की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवाओं को भी प्रभावित कर रही है। सीने में दर्द, पसीना आना और चक्कर आना इसके प्रमुख लक्षण हैं। एक्सपर्ट से जानें इससे बचाव के आसान उपाय।

Heart Blockage: उज्जवल प्रदेश डेस्क. आज के दौर में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। युवाओं में भी हार्ट ब्लॉकेज की समस्या देखने को मिल रही है। यह समस्या तब होती है जब धमनियों में रुकावट आ जाती है और रक्त संचार बाधित हो जाता है। यह जानलेवा हो सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर इससे बचा जा सकता है। आइए जानते हैं हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण और बचाव के तरीके।
युवाओं में तेजी से फैल रही ये बीमारी
आज के समय में दिल की बीमारियां एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी हैं। खराब खानपान, तनाव और अनियमित जीवनशैली के कारण हार्ट ब्लॉकेज की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवाओं में भी तेजी से फैल रही है।
हृदय की धमनियों में अवरोध होने से रक्त संचार बाधित हो जाता है, जिससे शरीर को आवश्यक ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते। यह स्थिति हार्ट अटैक जैसी घातक समस्या को जन्म दे सकती है। इसलिए, हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों को पहचानना और समय पर उचित उपचार करवाना बहुत जरूरी है।
हार्ट ब्लॉकेज क्या है?
हार्ट ब्लॉकेज तब होता है जब हृदय की धमनियों में प्लाक (चर्बी, कैल्शियम और अन्य पदार्थों का जमाव) इकट्ठा हो जाता है। यह जमाव रक्त प्रवाह को बाधित करता है, जिससे हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती। समय के साथ यह स्थिति और गंभीर हो सकती है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
हार्ट ब्लॉकेज के प्रमुख लक्षण
अगर शरीर में हार्ट ब्लॉकेज हो रहा है, तो कुछ संकेत देखने को मिल सकते हैं। ये संकेत हल्के हो सकते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना घातक हो सकता है।
- सीने में दर्द यह दर्द सीने के बीच में या बाईं ओर महसूस होता है और भारीपन जैसा लगता है।
- सांस लेने में दिक्कत थोड़ी सी मेहनत करने पर भी सांस फूलने लगती है।
- अचानक पसीना आना: बिना किसी शारीरिक मेहनत के अत्यधिक पसीना आना हार्ट ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।
- थकान और कमजोरी: बिना किसी कारण लगातार थकान महसूस होना हृदय की समस्या का लक्षण हो सकता है।
- चक्कर आना या बेहोशी: जब हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती तो चक्कर आने लगते हैं।
- बांह, गर्दन या जबड़े में दर्द: सीने का दर्द बांह, गर्दन या जबड़े तक फैल सकता है, जो हार्ट ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज के कारण
- हार्ट ब्लॉकेज के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
- गलत खानपान : अधिक वसा और तली-भुनी चीजों का सेवन धमनियों में प्लाक जमा कर सकता है।
- धूम्रपान और शराब: यह रक्तचाप बढ़ाकर और धमनियों को संकीर्ण कर हृदय रोग का खतरा बढ़ाते हैं।
- शारीरिक गतिविधियों की कमी: नियमित व्यायाम न करने से मोटापा और हृदय रोग की संभावना बढ़ती है।
- तनाव और चिंता: अत्यधिक तनाव से रक्तचाप बढ़ता है, जो हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- मधुमेह और उच्च रक्तचाप: ये स्थितियां धमनियों को कठोर बना सकती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है।
- आनुवंशिकता: अगर परिवार में किसी को हृदय रोग रहा हो, तो इसकी संभावना बढ़ सकती है।
हार्ट ब्लॉकेज से बचाव कैसे करें?
अगर आप हार्ट ब्लॉकेज से बचना चाहते हैं, तो आपको अपनी जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने होंगे।
संतुलित आहार लें
- हरी सब्जियां, फल, सूखे मेवे और फाइबर युक्त भोजन को प्राथमिकता दें।
- अधिक वसा, तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
- नमक और चीनी की मात्रा सीमित करें।
नियमित व्यायाम करें…
- रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें।
- योग, प्राणायाम और हल्की एक्सरसाइज से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है।
- साइकिलिंग और स्विमिंग भी दिल के लिए फायदेमंद होते हैं।
तनाव को कम करें…
- मेडिटेशन और गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं।
- पर्याप्त नींद लें और आराम करने के लिए समय निकालें।
धूम्रपान और शराब से बचें…
- धूम्रपान और अधिक शराब का सेवन न करें, क्योंकि ये हृदय को कमजोर कर सकते हैं।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं
- समय-समय पर हृदय संबंधी जांच करवाते रहें।
- ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखें।
विशेषज्ञों की राय
राजीव गांधी अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार का कहना है कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम बेहद जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि सही जीवनशैली अपनाने से हार्ट ब्लॉकेज के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। साथ ही, अगर किसी को हल्के लक्षण भी महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
योग गुरु हंसा योगेंद्र के अनुसार, योग और ध्यान से हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार होता है और तनाव कम होता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है। उन्होंने कहा कि शरीर को सक्रिय रखना और सही खानपान अपनाना हृदय को मजबूत बनाता है।