IndiGo को DGCA से मिली आखिरी चेतावनी! 3 महीने में खत्म करना होगा तुर्किश एयरलाइंस करार
IndiGo: IndiGo को तुर्की एयरलाइंस (Turkish Airlines) से लीज पर लिए गए विमानों के लिए DGCA से तीन महीने का एक्सटेंशन मिल गया है। आने वाले महीनों में IndiGo अपने डंप लीज्ड (Damp Lease) बी787 ड्रीमलाइनर्स के साथ लंदन और कोपेनहेगन जैसे शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है।

IndiGo: उज्जवल प्रदेश डेस्क. भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से एक महत्वपूर्ण राहत मिली है। DGCA ने तुर्किश एयरलाइंस से डैम्प लीज (Damp Lease) पर लिए गए दो Boeing 777-300ER विमानों के संचालन के लिए तीन महीने का अंतिम एकबारगी विस्तार अगस्त 2025 तक के लिए मंजूर किया है। यह विस्तार ऐसे समय में आया है जब इंडिगो कीलीज (lease) की अनुमति 31 मई को समाप्त होनी थी।
DGCA का स्पष्ट रुख: कोई और विस्तार नहीं
DGCA ने बयान में कहा कि यह अंतिम विस्तार यात्रियों को उड़ानों के तत्काल रद्द होने से होने वाली असुविधा से बचाने के लिए दिया गया है। इंडिगो द्वारा छह महीने के विस्तार की मांग को DGCA ने खारिज कर दिया, लेकिन संचालन में व्यवधान न हो इसलिए तीन महीने की मोहलत दी गई है।
DGCA ने स्पष्ट किया, “यह अंतिम विस्तार एयरलाइन की इस प्रतिबद्धता पर आधारित है कि वह इस अवधि के भीतर तुर्किश एयरलाइंस के साथ डैम्प लीज समझौते को समाप्त कर देगी और भविष्य में किसी भी प्रकार का विस्तार नहीं मांगेगी।”
IndiGo का भविष्य: तेज नेटवर्क विस्तार और लंबी दूरी की उड़ानों की योजना
2030 तक IndiGo का लक्ष्य 600 से अधिक विमानों का लक्ष्य खड़ा करना है। एयरलाइन ने बताया है कि 2025-26 के दौरान हर सप्ताह एक नया विमान इसके इसी क्रम में इंडिगो ने नॉर्स अटलांटिक एयरवेज (Norse Atlantic Airways) के साथ छह बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमानों के लिए डैम्प लीज (Damp Lease) समझौता किया है। इन विमानों की डिलीवरी 2026 की शुरुआत तक पूरी हो जाएगी, जबकि एयरबस ए350 विमान 2027 तक आने की उम्मीद है।
इस वर्ष, इंडिगो के बेड़े में A321XLR जैसे लंबी दूरी के विमान भी शामिल होंगे, जिससे एयरलाइन को उन अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए सीधी उड़ानें संचालित करने में मदद मिलेगी जो अब तक भारत से सीधे जुड़े नहीं थे।
नए अंतरराष्ट्रीय और घरेलू गंतव्य जोड़ेगी इंडिगो (IndiGo)
इंडिगो (IndiGo) ने अपनी अंतरराष्ट्रीय रणनीति के तहत 10 नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को अपने नेटवर्क में शामिल करने की योजना बनाई है। इनमें से कुछ उड़ानों की घोषणा पहले ही हो चुकी है — जैसे कि मुंबई से मैनचेस्टर और एम्स्टर्डम के लिए जुलाई 2025 से शुरू होने वाली नॉन-स्टॉप उड़ानें।
आने वाले महीनों में IndiGo अपने डंप लीज्ड (Damp Lease) बी787 ड्रीमलाइनर्स के साथ लंदन और कोपेनहेगन जैसे शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है। साथ ही, A321XLR की लंबी दूरी की क्षमता इंडिगो को एथेंस जैसे नए यूरोपीय बाजारों में सीधी पहुंच दिलाएगी।
IndiGo का मध्य एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में होगा विस्तार
इंडिगो (IndiGo) अल्माटी, ताशकंद, और त्बिलिसी जैसे मध्य एशियाई शहरों के लिए नई नॉन-स्टॉप सेवाएं शुरू करेगी, जिससे क्षेत्रीय नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी। वहीं दक्षिण पूर्व एशिया में सिएम रीप (कंबोडिया) को जोड़ा जाएगा, जो भारत-कंबोडिया मार्ग पर एयरलाइन की पहली उपस्थिति होगी।
इसी के साथ, एयरलाइन डेन्पासर बाली (इंडोनेशिया), हो ची मिन्ह सिटी और हनोई (वियतनाम) जैसे गंतव्यों पर भी अपनी उपस्थिति को बढ़ाएगी।
घरेलू नेटवर्क भी होगा मजबूत
घरेलू स्तर पर इंडिगो (IndiGo) चार नए गंतव्य अपने नेटवर्क में जोड़ेगी, जिससे कुल गंतव्य 91 से बढ़कर 95 हो जाएंगे। एयरलाइन भारत के हर कोने को कवर करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
इंडिगो नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी संचालन शुरू करने वाली पहली एयरलाइन बनेगी। इसके अतिरिक्त, 1 जुलाई 2025 से जालंधर (आदमपुर एयरपोर्ट) और समय आने पर गाजियाबाद (हिंडन एयरपोर्ट) से भी उड़ानें शुरू होंगी।