Israel-Iran तनाव चरम पर, वैज्ञानिकों की हत्या के बाद लैब पर हमला बना ‘मोरल विक्ट्री’ का प्रतीक
Israel-Iran: ईरान और इजरायल के बीच शत्रुता बढ़ने के बीच, तेहरान ने भी इजरायल द्वारा कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

Israel-Iran: उज्जवल प्रदेश डेस्क, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने अब वैज्ञानिक दुनिया को भी अपनी चपेट में ले लिया है। हाल ही में ईरान ने इजरायल के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थान Weizmann विज्ञान संस्थान पर मिसाइल हमला हुआ। यह हमला कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के जवाब में हुआ है, जिनकी हत्याओं का आरोप इजरायल पर लगाया गया है।
मिसाइल हमले में तबाह हुए रिसर्च सेंटर, वर्षों का शोध नष्ट
यह हमला रविवार सुबह हुआ और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन Rehovot Campus पर स्थित कई लैब्स और रिसर्च फैसिलिटीज को गंभीर क्षति पहुंची। जीवन विज्ञान से जुड़ी एक इजराइल-ईरान ने सीधा हमला किया और रसायन विज्ञान के लिए बनाई जा रही एक अन्य इमारत भी बुरी तरह प्रभावित हुई। दर्जनों अन्य इमारतें भी आंशिक रूप से प्रभावित हुईं।
प्रोफेसर ओरेन शुल्डिनर का बयान: यह ईरान की नैतिक जीत
इज़राइल-ईरान हमले में अपना 16 साल पुराना न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर खोने वाले प्रोफेसर ओरेन शुल्डिनर ने कहा, “यह ईरान के लिए एक नैतिक जीत है।” उन लोगों ने इजरायल के विज्ञान के गौरव को सीधे नुकसान पहुंचा है। ”
Israel-इरान: यह हमला ईरान के वैज्ञानिकों की हत्या का जवाब था
कुछ दिन पहले, इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े ठिकानों पर मिसाइल हमला किया था। यह भी SPND के मुख्यालय पर हमला था। जहां कई वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों की मौत हुई थी।
वैज्ञानिक भी बने जंग के मैदान का हिस्सा
Weizmann Institute को निशाना बनाकर ईरान ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अब इजरायली वैज्ञानिक भी इस छाया युद्ध के दायरे से बाहर नहीं हैं। यह संस्थान वैज्ञानिक उपलब्धियों के साथ-साथ इजरायल की डिफेंस इंडस्ट्री से भी जुड़ा हुआ है।
Israel-इरान: अनुसंधान पर व्यापक प्रभाव, सालों की मेहनत को बर्बाद कर दिया
संस्थान के वैज्ञानिकों (इज़राइल-इरान) का कहना है कि इस हमले ने कैंसर, टिशू रिजनरेशन और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से जुड़े वर्षों के डाटा और परियोजनाओं को बर्बाद कर दिया है। उन्नत माइक्रोस्कोप, जेनेटिकली मोडिफाइड ऑर्गेनिज्म और महत्वपूर्ण शोध डाटा लेबोरेटरी में खत्म हो गए हैं।
इतिहास और योगदान: वीज़मैन संस्थान की वैज्ञानिक विरासत
1934 में स्थापित यह संस्थान इजरायल के इनोवेशन का प्रतीक रहा है। इसके पूर्व छात्रों में नोबेल और ट्यूरिंग अवार्ड विजेता शामिल हैं। Elbit Systems जैसी रक्षा कंपनियों के साथ इसकी भागीदारी इसे रणनीतिक दृष्टि से भी अहम बनाती है।
Israel-इरान: इजरायल को बड़ा झटका और भविष्य के लिए संकट
इस इज़राइल-इरान हमले के बाद पूरा क्षेत्र बंद कर दिया गया है। पत्रकारों को टूटी छतें, बिखरे हुए शीशे और जली हुई दीवारें देखने को मिले साथ ही मलबे से भरे कॉरिडोर दिखाई दिए। प्रोफेसर शुल्डिनर ने कहा, “हमारा सारा काम ठप हो गया है… पुनर्निर्माण में वर्षों लगेंगे। यह सिर्फ इमारत पर नहीं, ज्ञान और भविष्य पर हमला है।”