ITC Limited: शेयरधारकों के लिए बड़ी खबर, ब्रिटिश कंपनी बेच रही है 2.3% हिस्सेदारी, जुटाएगी ₹11,600 करोड़
ITC Limited: ITC की सबसे बड़ी विदेशी शेयरधारक ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT) अब अपनी 2.3% हिस्सेदारी बेचने जा रही है। बीएटी इस हिस्सेदारी बिक्री के ज़रिए करीब 11,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।

ITC Limited: उज्जवल प्रदेश डेस्क, नई दिल्ली. ITC लिमिटेड में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए एक बड़ी अपडेट सामने आई है। ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको (BAT), जो ITC की सबसे बड़ी विदेशी हिस्सेदार है, अब अपनी 2.3% हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इस हिस्सेदारी बिक्री के जरिए BAT लगभग ₹11,600 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। बता दें कि BAT दुनिया की प्रमुख तंबाकू उत्पादक कंपनियों में से एक है।
ITC शेयर बिक्री का मूल्य और डिस्काउंट
BAT द्वारा बेचे जाने वाले ITC शेयरों की कीमत ₹400 प्रति शेयर तय की गई है, जो कि 27 मई को ITC के बंद भाव ₹433.90 की तुलना में लगभग 7.8% कम है। इस डील को सेकेंडरी मार्केट ट्रांजैक्शन माना जाएगा यानी इसमें कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा।
BAT की हिस्सेदारी घटकर होगी 23.1%
इस ट्रांजैक्शन के बाद BAT की ITC में हिस्सेदारी 25.4% से घटकर 23.1% हो जाएगी। वहीं, भारत सरकार और उसकी संस्थाएं—जैसे कि बीमा कंपनियां और SUUTI—अब ITC की सबसे बड़ी हिस्सेदार होगी, जो की टोटल 26.5% तक पहुंच जाएगी।
फंड का उपयोग: कर्ज चुकता, बायबैक और बिजनेस रणनीति
BAT ने साफ किया है कि इस हिस्सेदारी बिक्री से जुटाई गई राशि का उपयोग वे अपने पुराने कर्जों को चुकाने, शेयर बायबैक प्रोग्राम को बढ़ाने और व्यवसाय सुधार में करेंगे। कंपनी ने 2025 के लिए शेयर बायबैक बजट को 1.1 बिलियन पाउंड तक बढ़ा दिया है।
28 मई को एक्स-डिविडेंड डेट
जो निवेशक BAT से ये शेयर खरीदेंगे, उन्हें ITC का हालिया ₹7.9 प्रति शेयर का डिविडेंड नहीं मिलेगा क्योंकि यह डील 28 मई को एक्स-डिविडेंड डेट पर हो रही है। इसका मतलब है कि डिविडेंड का लाभ केवल उन्हीं निवेशकों को मिलेगा, जिनके पास 27 मई तक ITC के शेयर थे।
गोल्डमैन सैक्स और सिटीग्रुप की भागीदारी
इस हिस्सेदारी बिक्री को गोल्डमैन सैक्स और सिटीग्रुप जैसी प्रमुख वैश्विक फाइनेंशियल कंपनियां मैनेज कर रही हैं, जिससे यह सौदा ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए भी आकर्षक बन सकता है।
BAT का रुख और ITC के होटल व्यवसाय की स्थिति
BAT पहले कह चुका है कि वह ITC में 25% से अधिक हिस्सेदारी बनाए रखना चाहता है ताकि उसे बोर्ड में वीटो पावर मिल सके। हालांकि, वर्तमान में वह अपनी हिस्सेदारी कुछ कम करके नकदी जुटा रहा है, लेकिन उसने ITC को एक रणनीतिक पार्टनर मानना जारी रखा है। वहीं, ITC ने हाल ही में अपने होटल बिजनेस को एक अलग कंपनी में ट्रांसफर कर दिया है और उसके शेयर मौजूदा शेयरधारकों को दे दिए गए हैं। BAT ने साफ कर दिया है कि होटल कारोबार में उनकी कोई रुचि नहीं है।