Japan Open Badminton 2025: लक्ष्य सेन और सात्विक-चिराग की जोड़ी दूसरे दौर में हारी, अब अनुपमा से उम्मीदें
Japan Open Badminton 2025: भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन और सात्विकसाईराज रंकी रेड्डी तथा चिराग शेट्टी की जोड़ी दूसरे दौर के अपने-अपने मैचों में हारकर बाहर हो गई है. इससे पहले पहले राउंड का अपना मैच हारकर पीवी सिंधु भी बाहर हो गई थीं.

Japan Open Badminton 2025: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली. भारतीय बैडमिंटन फैंस को तगड़ा झटका लगा है. जापान ओपन से भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी तथा चिराग शेट्टी की जोड़ी दूसरे दौर के अपने-अपने मैचों में हारकर बाहर हो गई है.
इससे पहले पहले राउंड का अपना मैच हारकर पीवी सिंधु भी बाहर हो गई थीं. अब बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट, जापान ओपन में केवल एकमात्र भारतीय शटलर अनुपमा उपाध्याय ही बची हैं.
लक्ष्य सेन जापानी खिलाड़ी से हराकर हुए बाहर
गुरुवार को लक्ष्य सेन को अपने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जापान के कोडाई नाराओका से सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा. नाराओका ने लक्ष्य सेन को 19-21, 11-21 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली जबकि लक्ष्य को टूर्नामेंट से बाहर करा रास्ता दिखा दिया. इससे पहले बुधवार को लक्ष्य सेन ने चीन के वांग झेंग जिंग को 21-11, 21-18 से हराकर दूसरे राउंड में जगह बनाई थी.
सात्विक-चिराग को प्री-क्वार्टर फाइनल में मिली हार
इसके अलावा जापान ओपन मेंस डबल्स में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को चीन की जोड़ी लियांग वेई केंग और वांग चांग के हाथों सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ गया. इसके साथ ही भारतीय जोड़ी का सफर खत्म हो गया जबकि चीनी जोड़ी क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई. सात्विक-चिराग को वेई केंग और चांग के हाथों 22-24, 14-21 से हार मिली.
सात्विक और चिराग ने बुधवार को दक्षिण कोरिया के कांग मिन ह्युक और की डोंग जू को 42 मिनट में 21-18, 21-10 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया. आपको बता दें कि टूर्नामेंट में बुधवार को भी भारत को बड़ा झटका लगा था. तब एचएस प्रणय और पीवी सिंधु जैसे प्रमुख खिलाड़ी पहले ही दौर से ही बाहर हो गए थे. अब भारतीय फैंस के सारी उम्मीदें अनुपमा उपाध्याय के ऊपर टिकी हुई हैं.
अनुपमा आज महिला सिंगल्स के राउंड ऑफ 16 में चीन की वांग ज़ी यी से भिड़ेंगी. उनके पास आज इस प्री क्वार्टर फाइनल मैच को जीतकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की करने का मौका होगा. उनके मैच पर सभी की निगाहें रहेंगी क्योंकि वो एकमात्र भारतीय शटलर हैं, जो भारत की उम्मीदों को टूर्नामेंट में जिंदा रखे हुईं हैं.