Jhabua to Indore Road: अब झाबुआ से इंदौर का सफर सिर्फ दो घंटे में तय

Jhabua to Indore Road: अभी झाबुआ से इंदौर पहुंचने में 4 घंटे का समय लग रहा है। मगर माछलिया घाट पर सड़क का काम पूरा होने के बाद ढाई घंटे में यह सफर पूरा हो जाएगा। उम्मीद है अगस्त तक काम पूरा हो जाएगा।

Jhabua to Indore Road: उज्जवल प्रदेश, झाबुआ. अभी झाबुआ से इंदौर पहुंचने में 4 घंटे का समय लग रहा है। मगर माछलिया घाट पर सड़क का काम पूरा होने के बाद ढाई घंटे में यह सफर पूरा हो जाएगा। उम्मीद है अगस्त तक काम पूरा हो जाएगा। सबसे अधिक दिक्कतें माछलिया घाट से गुजरने के दौरान यात्रियों को उठाना पड़ रही है, क्योंकि पुराने मार्ग से गुजरने पर वाहन चालकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

अगस्त में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य

वर्ष 2011 में जब इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य किया गया था, तब 16 किमी का मार्ग छोड़ दिया गया था। छोड़े गए मार्ग में सात किमी का माछलिया घाट भी शामिल है। बाद में वर्ष 2021 मेंघाट के साथ ही 16 किमी के मार्ग का निर्माण पुन: शुरू किया गया। अब लगभग 12 किमी का मार्ग बनकर तैयार है। करीब साढ़े चार किमी की पहाड़ी पर इन दिनों दिन और रात निर्माण किया जा रहा है। उम्मीद है कि अगस्त माह में निर्माण कार्य पूरा हो जाए।

कर रहे प्रयास

सांसद गुमानसिंह डामोर का कहना है कि उन्होंने मौके पर जाकर घाट के निर्माण कार्य का अवलोकन किया है। निर्माण कार्य तेज गति से हो रहा है। सारी परेशानियां दूर हो चुकी हैं। उम्मीद है कि अगस्त माह तक पहाड़ी क्षेत्र का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। रात-दिन निर्माण कार्य चल रहा है। नेशनल हाईवे के अधिकारी आशीष बिलड़ा का कहना है कि अगस्त माह तक मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण कर लेने का प्रयास किया जा रहा है।

कई वर्षों से परेशानी

  • वाहन चालक हमीद भाई का कहना है कि वे इस मार्ग से अक्सर इंदौर-अहमदाबाद आते-जाते रहते हैं। लंबे समय से घाट निर्माण की राह देख रहे हैं। घाट क्षेत्र का निर्माण हो जाने से वाहन चालकों को राहत मिलेगी।
  • कार चालक माधव वास्केल का कहना है कि खाखरा पुलिया माछलिया घाट की सबसे परेशानी वाली पुलिया है, क्योंकि पुरानी व संकरी होने से इस पुलिया से एक बार में एक ही वाहन गुजर पाता है, इसलिए जाम लगता है।

यह आती है दिक्कतें

  • खाखरा की पुरानी व सक्रिय पुलिया सबसे बड़ी परेशानी
  • पुलिया से एक ही वाहन गुजर सकता है
  • 7 किमी का मार्ग पहाड़ी की वजह से संकरा है
  • बड़े वाहन अक्सर पहाड़ी के मोड़ पर बनते हैं परेशानी
  • दुर्घटना होने के बाद पहाड़ी पर लग जाता है जाम

24 घंटे बना रहता है आवागमन

  • 8 हजार के करीब इस मार्ग से गुजरते हैं वाहन
  • 7 किमी माछलिया घाट पर अधिक दिक्कतें
  • 18 मोड़ छोटे-बड़े इस मार्ग में
  • 45 मिनट से अधिक समय लगता है घाट से निकलने में

चल रहा रात-दिन कार्य

  • 16 किमी के छूटे मार्ग का निर्माण कार्य
  • 2021 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य
  • 4 बड़े पुल व 27 छोटी पुलियाओं का निर्माण
  • 800 मीटर पहाड़ी पर पुल का लगभग हो चुका निर्माण
  • 4.5 किमी की पहाड़ी पर चल रहा निर्माण कार्य
  • 4 माह में मिल सकती है राहत यहां हो चुका निर्माण कार्य
  • 1 किमी झाबुआ से सटे फूलमाल तिराहे का
  • 2 किमी पाचका नाका का
  • 5 किमी जूनापानी से टोल नाके तक का
  • 8 किमी दत्तीगांव से राजगढ़ तक का

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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