जानें कैसे होती है RBI Income, जानें प्रमुख स्रोत
RBI Income: आरबीआई मुख्य रूप से मौद्रिक नीति संचालन, बैंकिंग परिचालन और वित्तीय प्रबंधन से अपनी आय प्राप्त करती है। आइए RBI की आय के प्रमुख स्रोतों को विस्तार से समझते हैं:

RBI Income: उज्जवल प्रदेश डेस्क. भारत का केंद्रीय बैंक हैं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)। देश का केंद्रीय बैंक होने के नाते RBI कई स्रोतों से अपनी आय को अर्जित करता है। आरबीआई मुख्य रूप से मौद्रिक नीति संचालन, बैंकिंग परिचालन और वित्तीय प्रबंधन से अपनी आय प्राप्त करती है। आइए RBI की आय के प्रमुख स्रोतों को विस्तार से समझते हैं:
ब्याज आय (Interest Income)
- सरकारी प्रतिभूतियों (G-Secs) से ब्याज – RBI सरकारी बॉन्ड खरीदता है और उन पर ब्याज कमाता है।
- बैंकों को दिए गए ऋण से ब्याज – जैसे रेपो रेट पर दिए गए लोन्स।
- विदेशी बॉन्ड/ट्रेजरी बिलों से आय – RBI के विदेशी मुद्रा भंडार में निवेश से प्राप्त ब्याज।
- (कुल आय का ~60-70% हिस्सा)
विदेशी मुद्रा लेनदेन से लाभ (Foreign Exchange Gains)
- विदेशी मुद्रा भंडार (FX Reserves) का प्रबंधन – डॉलर/यूरो/येन में निवेश से होने वाला लाभ।
- मुद्रा विनिमय दर में उतार-चढ़ाव से लाभ – जब RBI विदेशी मुद्रा खरीदता/बेचता है।
- (विशेषकर जब रुपया कमजोर होता है, तो RBI को FX रिजर्व से अधिक लाभ होता है)
मुद्रा जारी करने से आय (Seigniorage Income)
- नोट छापने का लाभ – ₹10 के नोट को बनाने की लागत ₹4 है, तो RBI को ₹6 का लाभ होता है।
- पुराने नोटों का प्रबंधन – नष्ट हो चुके नोटों की वैल्यू RBI के पास रहती है।
- (यह आय सीधे RBI के लाभ में जुड़ती है)
बैंकिंग और विनियामक शुल्क (Fees & Charges)
- बैंक लाइसेंसिंग शुल्क – नए बैंकों को लाइसेंस देने पर।
- पेमेंट सिस्टम चार्जेस – NEFT, RTGS, UPI जैसे सिस्टम पर लगाए गए फीस।
- बैंकों पर लगाए गए जुर्माने – नियम तोड़ने पर बैंकों से वसूली गई राशि।
अन्य आय के स्रोत (Other Income Sources)
- ओपन मार्केट ऑपरेशन्स (OMO) – बॉन्ड खरीदने-बेचने से लाभ।
- सरकार को दिए गए लोन पर ब्याज – जरूरत पड़ने पर RBI सरकार को अल्पकालिक कर्ज देता है।
- निवेश आय – RBI द्वारा स्वर्ण भंडार और अन्य परिसंपत्तियों पर कमाई।
RBI की आय का उपयोग कहाँ होता है?
- संचालन लागत (Operational Expenses) – कर्मचारी वेतन, तकनीकी अपग्रेड, भवन रखरखाव।
- संचित कोष (Reserve Funds) – आर्थिक संकट के लिए बफर के रूप में जमा राशि।
- सरकार को डिविडेंड – शुद्ध लाभ का बड़ा हिस्सा भारत सरकार को जाता है।
RBI की आय का उदाहरण (2023-24)
आय का स्रोत | अनुमानित राशि (₹ करोड़ में) |
ब्याज आय | 1,50,000 |
विदेशी मुद्रा लाभ | 8000000.00% |
मुद्रा जारी करने से लाभ | 20,000 |
फीस एवं जुर्माने | 10,000 |
कुल आय | 2,60,000 |
(इसमें से ₹2.11 लाख करोड़ सरकार को डिविडेंड दिया गया)
निष्कर्ष
RBI की आय का मुख्य स्रोत ब्याज आय और विदेशी मुद्रा प्रबंधन है। यह आय देश की मौद्रिक स्थिरता बनाए रखने और सरकारी वित्त को सहारा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। RBI की मजबूत आय ही उसे रिकॉर्ड डिविडेंड देने में सक्षम बनाती है।