Ladli Behna Yojana: CM Mohan Yadav कल मझौली से डालेंगे लाडली बहनों के अकाउंट में 24वीं किस्त
Ladli Behna Yojana: लाडली बहना योजना के तहत, लाखों बहनों के खातों में ₹1250 की अगली किस्त डाली जाएगी। साथ ही, उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत गैस सब्सिडी (Gas Subsidy) की राशि भी 25 लाख से ज्यादा महिलाओं के खातों में भेजी जाएगी।

Ladli Behna Yojana: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) की 24वीं किस्त 15 मई 2025 को जारी होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीधी जिले में मझौली के एक कार्यक्रम से यह राशि जारी करेंगे।
लाडली बहना योजना के तहत, लाखों बहनों के खातों में ₹1250 की अगली किस्त डाली जाएगी। साथ ही, उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत गैस सब्सिडी (Gas Subsidy) की राशि भी 25 लाख से ज्यादा महिलाओं के खातों में भेजी जाएगी।
लाड़ली बहना की 24वीं किस्त होगी जारी
लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) की 24वीं किस्त 15 मई 2025 को जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) सीधी जिले के मझौली में राज्य स्तरीय सम्मेलन में योजना की राशि जारी करेंगे। इस दिन लाखों बहनों के खाते में ₹1250 की किस्त ट्रांसफर की जाएगी।
सीधी में तैयारियां हो रही तेज
मुख्यमंत्री लाडली बहना सम्मेलन (Ladli Behna Yojana) की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी पुष्टि हो चुकी है। सीएम मोहन यादव लाडली बहनों से बात भी करेंगे। उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत गैस सब्सिडी (Gas Subsidy) की राशि भी 25 लाख से ज्यादा महिलाओं के खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
लाड़ली बहना की राशि पहले 10 तारीख को आती थी
लाडली बहना योजना की राशि पहले हर महीने 10 तारीख को आती थी। सरकार ने फैसला किया है कि हर महीने की 15 तारीख को लाडली बहनों को किस्त की राशि दी जाएगी। अप्रैल में 16 तारीख को 23वीं किस्त भेजी गई थी। अब मई में 15 तारीख को 24वीं किस्त जारी होने जा रही है। इस योजना के तहत महिलाओं हर महीने ₹1250 की आर्थिक मदद मिल रही है।
योजना में नहीं जुड़ रहे नए नाम
वहीं, लाडली बहना योजना की राशि से महिलाओं की जिंदगी में बदलाव आ रहे हैं। हालांकि योजना शुरू होने के बाद से अब तक लाभार्थियों की संख्या घटते जा रहे हैं। वहीं, नए नाम अभी इस योजना में नहीं जोड़े जा रहे हैं। अब योजना की शुरुआत के दो साल हो गए हैं लेकिन नए नाम नहीं जोड़े गए हैं।