MANIPUR VIOLENCE पीड़ितों से मिलने पहुंचे SUPREME COURT के JUDGE, जस्टिस कोटिश्वर का विरोध
MANIPUR VIOLENCE के पीड़ितों से मिलने सुप्रीम कोर्ट के जजों का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार सुबह पहुंच गया है। अधिकारियों ने बताया कि न्यायाधीश राहत शिविरों का दौरा करेंगे।

MANIPUR VIOLENCE: उज्जवल प्रदेश, इंफाल/नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट (SUPREME COURT) के जजों (JUDGE’S) का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार सुबह मणिपुर पहुंच गया (Arrive) है। जज मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए पीड़ितों (Victims) से मिलेंगे (Meet) अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जस्टिस बी.आर. गवई के नेतृत्व में शीर्ष अदालत के प्रतिनिधिमंडल का हवाई अड्डे पर पहुंचने पर राज्य के वकीलों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। अधिकारियों ने बताया कि न्यायाधीश राहत शिविरों का दौरा करेंगे और चुराचांदपुर जिले में लघु सचिवालय से कानूनी सेवा शिविरों, कानूनी सहायता केन्द्रों और अस्थायी चिकित्सा केन्द्रों का वर्चुल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे बिष्णुपुर में मोइरांग कॉलेज में एक राहत शिविर जाएंगे। इस संबंध में एक न्यायाधीश ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम अभी यहां आए हैं और आगे के कार्यक्रम को लेकर आशान्वित हैं।’
जस्टिस कोटिश्वर का विरोध करने लगे कुकी समर्थक वकील
अधिकारियों ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर (Justice Kotishwar) सिंह मेइती समुदाय से हैं और वह चुराचांदपुर कुकी बहुल जिले का दौरा नहीं करेंगे। क्योंकि वहां वकीलों के संगठन ने इस पर आपत्ति (Opposed) जताई है। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति सिंह बिष्णुपुर जिले का दौरा करेंगे।
‘ऑल मणिपुर बार एसोसिएशन’ (एएमबीए) ने चुराचांदपुर जिले की बार एसोसिएशन से आग्रह किया है कि वह मेइती समुदाय से ताल्लुक रखने वाले उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश को कुकी-जो बहुल क्षेत्र का दौरा करने से रोकने वाले अपने निर्देश को वापस ले। एएमबीए के अध्यक्ष पुयम तोमचा मीतेई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों का यह दौरा ऐतिहासिक और अपनी तरह का पहला दौरा है।
सुप्रीम कोर्ट के जज रविवार को मणिपुर उच्च न्यायालय में एक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। मणिपुर में मई 2023 से अब तक मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।