Mehandipur Balaji Mandir : मंदिर में कोई आवाज दे तो भूलकर भी पीछे न मुड़ें और न दें उसका जवाब
Mehandipur Balaji Mandir : दुनियाभर में प्रसिद्ध मेंहंदीपुर बालाजी की अजीब घटनायें जगजाहिर हैं। यहां बालाजी की पूजा भूत-पिशाच भगाने के लिए जानी जाती है। यही कारण है कि इस मंदिर के दर्शन करने के लिएसख्त नियम बनाए गए हैं।

Mehandipur Balaji Mandir Ke Niyam : उज्जवल प्रदेश डेस्क. दुनियाभर में प्रसिद्ध मेंहंदीपुर बालाजी की अजीब घटनायें जगजाहिर हैं। यहां बालाजी की पूजा भूत-पिशाच भगाने के लिए जानी जाती है। यही कारण है कि इस मंदिर के दर्शन करने के लिएसख्त नियम बनाए गए हैं। बता दें कि भारत में कई रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर मौजूद हैं जिनमें से मेंहदीपुर बालाजी का नाम भी इस सूची में जुड़ा हुआ है। इन्ही में से एक है मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जो राजस्थान राज्य के करौली जिले में है।
बता दें कि यह एक ऐसा मंदिर है जहां के दर्शन करते ही आपको अजीब तरह की ऊर्जा महसूस होगी और वहां पर मौजूद आदमियों को देखकर आपकी रूह कांप जाएगी । इस मंदिर में दूर-दूर से ऐसे लोग आते हैं जो बुरी आत्माओं से पीड़ित हैं। ये लोग मंदिर में कदम रखते के साथ ही अजीब-अजीब चीजें करने लगते हैं। कुछ लोग जोर-जोर से चिल्लाते हैं, अलग-अलग भाषाओं में बात करते हैं और कुछ रोने लगते हैं।
आप पीछे मुड़कर देख लेते हैं तो वह आपके पीछे लग सकती है
बालाजी मंदिर में प्रवेश करते ही आपको एक अलग प्रकार का अहसास होगा। मगर, आपको बिना डरे श्रद्धापूर्वक आगे आना होगा। कहते हैं कि मेहंदीपुर मंदिर में अगर कोई आपको पीछे से आवाज दे तो भूलकर भी मुड़कर न देखें व कोई आवाज दे तो उसका जवाब न दें।
धोखे से अगर आप पीछे मुड़कर देख लेते हैं तो वह आत्मा आपके पीछे लग सकती है। मेहंदीपुर बालाजी दरबार में भूत-पिशाच भगाने के लिए विशेष पूजा की जाती है। यही कारण है कि यहां के कड़े नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
11 दिन तामसिक भोजन का सेवन न करें
वैसे भी हिंदू धर्म में प्याज, लहसुन और मांस-मदिरा आदि को तामसिक मानते हैं। मंदिर में अगर आप मनोकामना पूर्ति के लिए जाने की योजना बना रहे हैं, तो वहां के दर्शन करने से एक हफ्ते पहले से ही इन चीजों का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही, मंदिर के दर्शन करके घर लौटने के बाद भी कम से कम 11 दिन तामसिक भोजन का सेवन न करें।
बालाजी का प्रसाद घर लेकर न आयें
अगर आप मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जा रहे हैं तो वहां का प्रसाद खाने या या उसे घर ले जाने से व्यक्ति के साथ बुरी शक्तियां भी घर चली जाती हैं जिनसे पीछा छुड़ाना मुश्किल होता है। बता दें कि मेहंदीपुर बालाजी दरबार में मिलने वाले प्रसाद को बांटना, खाना या घर ले जाना विशेष तौर वर्जित माना गया है।
इसे मंदिर में फेंकने के लिए विशेष जगह बनाई गई है। सबसे बड़ी बात ये है कि वहां लोगों को प्रसाद फेंककर बिना पीछे देखे आगे की तरफ बढ़ना होता है। इसके साथ ही, मंदिर के किसी पूजा सामग्री, प्रसाद या अन्य किसी वस्तु को स्पर्श करने से भी बचना चाहिए।
बालाजी भगवान श्रीराम और सीता के दर्शन कर बाहर निकलें
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर से प्रसाद के साथ-साथ वहां का खाना, पानी, बोतल या कोई भी चीज बाहर लेकर नहीं निकलना है। अगर आपने कोई सामान खरीदा है और उसे आप मंदिर में ले गए हैं तो उन्हें भी वहीं छोड़ दें। इसके अलावा, मंदिर के भीतर किसी भी अनजान आदमी से बात न करें और केवल दर्शन करने पर ध्यान देना चाहिए।
वहां, पीड़ित लोगों को देखकर हंसने से भी बचें और उनके लिए स्थान खाली छोड़ दें। बालाजी के दर्शन के बाद भगवान श्रीराम और माता सीता के दर्शन करके आदमी को बिना पीछे देखे वापस बाहर निकल जाना चाहिए। वहां, किसी भी चीज को स्पर्श करने से कोई नकारात्मक शक्ति आपके पीछे जा सकती है।