NAGPUR VIOLENCE: फहीम खान ने ‘POLICE HINDU’S की है’ बोलकर भीड़ को भड़काया
NAGPUR VIOLENCE की जांच कर रही पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड की तस्वीर जारी कर दी है। आरोपी की पहचान फहीम शमीम खान के तौर पर हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर फहीम ने भीड़ को यह कहकर उकसाया था कि पुलिस हिन्दू समुदाय की है और हमारी मदद नहीं करेगी।

NAGPUR VIOLENCE: उज्जवल प्रदेश, नागपुर. नागपुर हिंसा की जांच कर रही पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड की तस्वीर जारी कर दी है। आरोपी की पहचान फहीम शमीम खान (Faheem Khan) के तौर पर हुई है। आरोप हैं कि उसने हिंसा से पहले भीड़ को भड़काया (Provoked) था। सोमवार को भड़की हिंसा के दौरान 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हो गए थे। साथ ही कई वाहनों और घरों को नुकसान पहुंचाया गया था।
खास बात है कि फहीम खान ने 2024 लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह नागपुर सीट से चुनावी मैदान में था। ECI यानी भारत निर्वाचन आयोग की जानकारी के अनुसार, फहीम की उम्र 38 साल है और वह नागपुर के यशोदा नगर में आखिरी बस स्टॉप के पास संजय बाग कॉलोनी का रहने वाला है। खबर है कि उसने 10वीं तक पढ़ाई की है और माइनोरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ा है। ECI में दाखिल हलफनामे के अनुसार, फहीम के पास 75 हजार रुपये की संपत्ति है। साथ ही उसके खिलाफ 3 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
भीड़ को उकसाया!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित तौर पर फहीम ने भीड़ को यह कहकर उकसाया था कि पुलिस हिन्दू समुदाय की (POLICE Belongs HINDU’S) है और हमारी मदद नहीं करेगी। दरअसल, औरंगजेब की कब्र को लेकर कुछ संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद अफवाह उड़ाई गई कि विरोध प्रदर्शन के दौरान धर्म ग्रंथ को जलाया गया है। इसके बाद शहर के चिटनीस पार्क इलाके में हिंसा भड़क गई थी।
जांच जारी
पुलिस आयुक्त रविंद्र कुमार सिंघल ने बताया कि दोपहर बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में दो हजार से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और दंगा नियंत्रण पुलिस (आरसीपी) द्वारा पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में गश्त की जा रही है।
महाराष्ट्र के मध्य नागपुर के दंगा प्रभावित इलाकों में पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में दल ने मंगलवार को ‘रूट मार्च’ किया। पुलिस आयुक्त रविन्द्र सिंघल ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हिंसा कैसे शुरू हुई और ‘‘कुछ लोगों’’ ने अचानक इसे कैसे भड़काया। तीन किलोमीटर के दायरे में फैले हुए इन सभी इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है।