NEET UG 2025 रिजल्ट आउट; 20 लाख छात्रों का इंतजार खत्म, ऐसे करें स्कोर कार्ड डाउनलोड
NEET UG 2025: NEET UG का रिजल्ट आज आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। इस परीक्षा में शामिल हुए 20 लाख से ज़्यादा छात्र अपने स्कोर का इंतज़ार कर रहे थे, जिनका इंतज़ार अब खत्म हो गया है। उम्मीदवार नीचे दिए गए तरीक़ों को फ़ॉलो करके अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

NEET UG 2025: उज्जवल प्रदेश डेस्क. नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 का रिजल्ट आज जारी कर दिया है। इस साल कुल 20.8 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने नीट परीक्षा में भाग लिया था, जो एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस जैसे स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित किया गया था।
NEET UG 2025 परीक्षा कब हुई?
4 मई 2025 को, यह परीक्षा सफलतापूर्वक भारत के 557 शहरों में 4,750 परीक्षा केंद्रों पर और 14 विदेशी केंद्रों पर आयोजित की गई थी। हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं (तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती, मराठी, कन्नड़, मलयालम, ओडिया, पंजाबी और असमिया) में परीक्षा हुई।
NEET UG 2025 रिजल्ट कहां और कैसे देखें?
रिजल्ट चेक करने के लिए निम्नलिखित अधिकारिक वेबसाइट्स पर जाएं:
- neet.nta.nic.in
- nta.ac.in
- examinationservices.nic.in
रिजल्ट देखने की प्रक्रिया:
- ऊपर दी गई किसी वेबसाइट पर विजिट करें
- “NEET UG 2025 Result” लिंक पर क्लिक करें
- अपनी एप्लिकेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें
- रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा — इसे डाउनलोड और प्रिंट कर लें
टिप: भारी ट्रैफिक के कारण वेबसाइट स्लो हो सकती है, इसलिए धैर्य बनाए रखें।
भारत में MBBS की कुल सीटें कितनी हैं?
भारत में MBBS की कुल सीटें: 1,18,190
सत्र 2024-25 के दौरान इनमें से 1,15,250 सीटों पर दाखिला हुआ — यानी करीब 97.5% सीटों का उपयोग हुआ। NEET UG 2025 के माध्यम से 15% ऑल इंडिया कोटा (AIQ) MCC (मेडिकल काउंसलिंग कमेटी) एमबीबीएस और बीडीएस सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित करती है।
टाई-ब्रेकिंग नियम: जब अंक बराबर हों, तब किसे मिलेगी वरीयता?
यदि दो या अधिक छात्रों के अंक समान हों, तो रैंकिंग तय करने के लिए नीचे दिए गए Tie-Breaking Rules लागू होते हैं:
- बायोलॉजी (बॉटनी + जूलॉजी) में ज्यादा अंक पाने वाले को वरीयता
- फिर केमिस्ट्री में अधिक अंक
- उसके बाद फिजिक्स में बेहतर प्रदर्शन
- अगर तीनों विषयों में अंक समान हों, तो गलत उत्तरों की संख्या कम होने वाले को प्राथमिकता
- अंततः सही उत्तरों की संख्या ज्यादा होने पर वरीयता दी जाएगी