Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे में धीरेंद्र शास्त्री ने जताया दुख, बोले- ‘सभी घायल स्वस्थ हो जाएं’

Coromandel Odisha Train Accident: बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वह पहली अर्जी यही लगाएंगे कि सभी घायल स्वस्थ हो जाएं. इस हादसे से उन्हें पीड़ा हुई है.

Dhirendra Shastri on Odisha Train Accident: उज्जवल प्रदेश, जबलपुर. ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम हुए भयानक ट्रेन हादसे ने कई परिवार उजाड़ दिए. इस हादसे में 288 लोगों की जान गई वहीं घायलों का आंकड़ा 1100 के पार है. इस हादसे पर अब बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान भी आया है. उन्होंने कहा, ‘ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद से ही मन व्यथित है. इससे हमें पीड़ा हुई है. हम पहली अर्जी यही लगाएंगे कि सभी घायल स्वस्थ हो जाएं.’

वहीं, जब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से ये सवाल किया गया कि क्या उनकी शक्ति इस बड़ी घटना का संकेत दे सकती थी, तो उन्होंने कहा कि लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसे आरोप लगाते हैं. अगर ऐसा कर सकते तो अब तक करोड़ों रुपये कमा लिए होते. वहीं, उन्होंने कहा कि ऐसी बातें फैलाने वाले केवल नाम खराब करना चाहते हैं.

साक्षी हत्याकांड और हिन्दू राष्ट्र पर भी रखी बात

बागेश्वर धाम के महंत ने कहा कि हिंदू राष्ट्र का मतलब सामाजिक समरसता है. जातिवाद शून्य हो जाए और मंदिर का धन सनातन धर्म पर खर्च किया जाए. वहीं, उन्होंने ये भी कहा कि राम की यात्रा पर पतथर फेंकने वालों को भारत में नहीं रहना चाहिए. इतना ही नहीं, धीरेंद्र शास्त्री ने ये भी कहा कि अगर आज हिन्दू राष्ट्र के लिए आवाज नहीं उठाई गई, तो जो हाल साक्षी का हुआ, वह और भी बहन बेटियों का हो सकता है.

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क्या राजनीति में आएंगे धीरेंद्र शास्त्री?

इस सवाल के जवाब में बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वह करोड़ों का आध्यात्म छोड़कर 10 रुपये की राजनीति में आना पसंद नहीं करेंगे.

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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