प्रदेश में पचमढ़ी सबसे ठंडा, मंडला और डिंडौरी में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही, चार दिन और जूझना होगा कड़ाके के जाड़े से

भोपाल
 पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं की वजह से प्रदेश में लगातार पांचवें दिन भी शीतलहर का असर रहा। शुक्रवार को शीतलहर चलने से दिन भी ठंडा रहा। नीमच, मंदसौर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, कटनी, शहडोल, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में सर्द हवाएं चलीं।

भोपाल में 22 डिग्री के साथ दिन में भी ठिठुरन बनी रही। लगातार पांचवीं रात कड़ाके की ठंड रही। जिसमें पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल में 7.8 डिग्री, इंदौर में 9.6 डिग्री, ग्वालियर में 7 डिग्री, उज्जैन में 9.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 6.1 डिग्री रहा।

रायसेन, राजगढ़, उमरिया में तापमान 5 डिग्री से कम रहा। वहीं, खजुराहो, रीवा, नौगांव, टीकमगढ़, मंडला, सतना, सागर में 7 डिग्री से नीचे रहा। शुक्रवार को दिन में बैतूल 22.5 डिग्री, धार 22.8 डिग्री, गुना 24.1 डिग्री, ग्वालियर 24.2 डिग्री, इंदौर 22 डिग्री, पचमढ़ी 20.4 डिग्री, रायसेन 22.4 डिग्री, उज्जैन 23 डिग्री, जबलपुर 23.3 डिग्री, रीवा 23 डिग्री, सागर 24.6 डिग्री, टीकमगढ़ 23.1 डिग्री, उमरिया 24.1 डिग्री और मलाजखंड में 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जेट स्ट्रीम हवा की रफ्तार बढ़ी

    पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 296 किमी प्रतिघंटा की गति से सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। पहले यह रफ्तार 278 किमी प्रतिघंटा थी।

हवा की ऊंचाई कम होने पर ठंड का असर और भी बढ़ जाएगा।

    उत्तरी हिस्से में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है। इस वजह से बर्फ पिघल रही है, जिससे हवा में ठंडक है।

पचमढ़ी सबसे ठंडा, पारा 2 डिग्री पहुंचा शुक्रवार-शनिवार की रात में प्रदेश के कई शहरों में कड़ाके की ठंड रही। प्रदेश में लगातार छठवीं रात कड़ाके की ठंड रही। पचमढ़ी ​​सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 2 डिग्री रहा। मंडला में 3 डिग्री और बालाघाट के मलाजखंड में पारा 2.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

भोपाल में पारा 4 डिग्री लुढ़ककर 3.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इंदौर में 8.9 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 9 डिग्री और जबलपुर में पारा 4.6 डिग्री रहा। नौगांव, रायसेन, राजगढ़, उमरिया में तापमान 5 डिग्री से कम रहा। वहीं, बैतूल, गुना, रतलाम, दमोह, खजुराहो, रीवा, टीकमगढ़, सतना में 7 डिग्री से नीचे रहा।

इस बार पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड इस साल दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल में सबसे ठंडी रही हैं यानी दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है।

नवंबर में भी सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड बता दें कि नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। अब दिसंबर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड…

भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचर भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है।

28 जिलों में शीतलहर का असर बरकरार

प्रदेश के 28 जिलों में शुक्रवार को शीतलहर का असर देखने को मिला। भोपाल,जबलपुर में भी ठंडी हवाएं चलीं। नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, कटनी, उमरिया, शहडोल, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी असर देखा गया। कुछ जिलों में दिन भी ठंडे बने रहे।

मध्यप्रदेश में दिसंबर ने तोड़ा रिकॉर्ड

दिसंबर के पहले पखवाड़े में इतनी कड़ाके की ठंड पहली बार देखने को मिल रही है. इससे पहले दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में इस प्रकार की ठंड देखी गई है. मध्यप्रदेश मौसम विभाग ने 28 जिलों में शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के कई जिलों में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गईं.
 

 

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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