PAKISTAN TRAIN HIJACK: 33 BALOCH लिबरेशन आर्मी के विद्रोही KILLED, 122 पैसेंजरों को छुड़ाया
PAKISTAN TRAIN HIJACK: पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने बुधवार रात 9:30 बजे ट्रेन हाईजैक खत्म होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं। बाकी सभी 122 बंधक यात्रियों को रिहा करा लिया गया है।

PAKISTAN TRAIN HIJACK: उज्जवल प्रदेश, कराची. पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने बुधवार रात 9:30 बजे ट्रेन हाईजैक खत्म होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने 33 बलूच (33 BALOCH) लड़ाकों (Rebels) को मार गिराया (KILLED) है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं। बाकी सभी 122 बंधक यात्रियों को रिहा (122 Passengers Rescued) करा लिया गया है।
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि हमारे सैनिकों ने कई विद्रोहियों को नरक भेज दिया है। न्यूज एजेंसी AFP ने पाकिस्तान आर्मी के हवाले से बताया है कि ट्रेन में यात्रा कर रहे 27 ऑफ ड्यूटी पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 1 सैनिक रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मारा गया। जबकि बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का दावा है कि उसने दो दिन में 100 पाकिस्तानी सैनिक मार गिराए हैं। ट्रेन हाईजैक ऑपरेशन लगभग 36 घंटे चला। इसमें 450 लोगों को बंधक बनाया गया था।
पाकिस्तानी आर्मी अफसर ने बताया कि 346 बंधकों को छुड़ा लिया गया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि हमने महिलाओं और बच्चों समेत बड़ी संख्या में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ा लिया है। 212 यात्रियों को बीएलए के चंगुल से छुड़ाया है। विद्रोहियों इस ऑपरेशन में 21 बंधकों की मौत हुई है और सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया है। इससे पहले बीएलए ने 150 से ज्यादा बंधकों को रिहा कर दिया था।
अब तक क्या हुआ…
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कल दोपहर 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर 450 यात्रियों को बंधक बनाया। BLA ने जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने पैसेंजर्स की रिहाई के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लड़ाकों पर ड्रोन और हेलिकॉप्टर से हमला किया।
पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने सुबह 150 बंधकों को छुड़ाने की बात कही, शाम होते तक 190 बंधकों को रिहा करने की बात कही। सेना के अफसर ने बताया विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है। पाक सरकार की तरफ से 200 ताबूत क्वेटा भेजे गए।
बताया गया कि ये ताबूत प्रोटोकॉल के तहत भेजे गए हैं। BLA ने दावा किया कि हमले में 100 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। हालांकि सेना ने अब तक इतनी मौतों की पुष्टि नहीं की। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मारे गए लोगों के लिए संवेदना जाहिर की। बताया कि इस ऑपरेशन में दौरान दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि 33 बलूच लड़ाके मारे गए हैं और सभी बंधकों को रिहा करा लिया गया है।
BLA ने कैसे दिया हमले को अंजाम?
पाकिस्तान के क्वेटा से जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे पेशावर के लिए रवाना हुई थी। इस ट्रेन को दोपहर 1।30 बजे सिब्बी पहुंचना था। लेकिन बोलान के माशफाक टनल में हमला हुआ। ट्रेन जहां से गुजर रही थी, वह पहाड़ी इलाका है। यहां 17 सुरंगें हैं, जिस कारण ट्रेन की रफ्तार धीमी करना पड़ी, जिसका फायदा उठाकर बीएलए ने माशफाक में टनल नंबर-8 को उड़ा दिया। इससे ट्रेन बेपटरी हो गई और ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया था। इस हमले को BLA ने पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया था।
BLA के लड़ाके पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। हमले के लिए BLA ने अपने सबसे घातक लड़ाके मजीद ब्रिगेड और फतेह को तैयार किया था। पाकिस्तानी सेना के ऑपरेशन की वजह से आतंकी दो समूहों में बंटे हुए थे। बीएलए के विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को मशकाफ टनल (Mashkaf Tunnel) में हाईजैक किया था। यह टनल क्वेटा से 157 किलोमीटर की दूरी पर है। यह टनल जिस इलाके में है, वह बेहद दुर्गम पहाड़ी इलाका है, जिसका सबसे नजदीकी स्टेशन पहरो कुनरी है।
हाईजैक हुई ट्रेन बोलन दर्रे में खड़ी हुई थी। यह पूरा इलाका पहाड़ियों और सुरंगों से घिरा हुआ है। बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे अशांत प्रांत है। यहां 1948 से ही बलूचों और पाकिस्तानी सेना के बीच टकराव होता रहा है। बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अलग होने की मांग समय से कर रहे हैं। बीते कुछ समय में चीन का इस इलाके में दखल बढ़ा है। चीन इस इलाके में कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिस वजह से उन पर लगातार हमले भी हो रहे हैं।