सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा रायपुर में सुना रहे हैं शिव महापुराण कथा, पंडाल में निकल आया सांप, भक्त करने लगे पूजा

Pradeep Mishra ji ke upay वाला शिव पुराण कथा रायपुर कार्यक्रम के दौरान काला नाग सामने आ गया. जिसे देखकर भक्त हर-हर महादेव के नारे लगाने लगे तो कुछ पूजा करने लगे.

Sehore Wale Pradeep Mishra News in Hindi : उज्जवल प्रदेश, रायपुर. एक भक्त ने नाग की पूंछ ही पकड़ ली, तो कुछ महिलाएं और युवतियां सांप को छूकर प्रणाम करने लगीं. लोगों की भीड़ देखकर सांप भी इधर-उधर भागने लगा. मौके पर मौजूद भक्त जय हो नाग देवता के नारे लगाने लगे.

शहर के गुढ़ियारी इलाके में मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का कार्यक्रम था. वह कथा सुनाकर मंच से हटे तो कुछ देर बाद भीड़ के बीच सांप-सांप का शोर होने लगा. पंडाल के बीच जहां लोग बैठे थे वहां विचरण करते काले नाग पर नजर पड़ी. एक दिन पहले भी इस सांप को कुछ लोगों ने पंडाल के ऊपरी हिस्से में देखा था, लेकिन कुछ ही देर में वह वहां से कहीं चला गया था. लोगों का कहना है कि कार्यक्रम से एक दिन पहले सांप को पंडाल के ऊपरी हिस्से पर देखा था.

कार्यक्रम शिव पुराण का था इसमें भगवान शिव के श्रृंगार के रूप में सांपों का वर्णन शास्त्रों में मिलता है. भक्त सांप के आने को चमत्कार से जोड़कर देखने लगे. हालांकि भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने सांप को पकड़ा दूरी छोड़ दिया. जिसकी वजह से लोगों में कुछ डर खत्म हुआ. गुढ़ियारी के दही हांडी मैदान में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा कार्यक्रम का आयोजन हुआ. हर दिन यहां 1 लाख से अधिक लोग पहुंच रहे थे.

श्रद्धालुओं को प्रदीप मिश्रा की शिव पुराण से इतना लगाव था कि वह सड़कों पर ही बैठकर शिवपुराण सुन रहे थे और हर श्रद्धालु के मुंह से एक ही मंत्र निकल रहा था श्री शिवाय नमस्तुभ्यं इस मंत्र के जपने से सारे कष्ट दूर होते हैं यह कहना है पंडित प्रदीप मिश्रा का जो अंतरराष्ट्रीय कथावाचक के रूप में जाने जाते हैं.

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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