Rafale Deal: अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रा ने डसॉल्ट एविएशन से किया करार, शेयर में जबरदस्त उछाल
Rafale Deal: अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंफ्रा ने घोषणा की है कि उसकी सहायक कंपनी ने भारत में फाल्कन 2000 जेट बनाने के लिए फ्रांसीसी दिग्गज डसॉल्ट एविएशन के साथ साझेदारी की है। इस खबर से रिलायंस इंफ्रा के शेयरों में अपर सर्किट लग गया।

Rafale Deal: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयरों में आज जबरदस्त तेजी देखी गई। कंपनी का शेयर 5% अपर सर्किट लगने के बाद 386.05 रुपये के इंट्रा डे हाई तक पहुंच गया। इस उछाल की मुख्य वजह फ्रांस की प्रमुख डिफेंस कंपनी डसॉल्ट एविएशन के साथ हुई एक ऐतिहासिक डील है, जिसके तहत भारत में फाल्कन 2000 बिजनेस जेट का निर्माण किया जाएगा।
Rafale Deal: भारत में बनेगा ‘फाल्कन 2000’ बिजनेस जेट
18 जून को पेरिस एयर शो के दौरान अनिल अंबानी की फर्म रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड और डसॉल्ट एविएशन के बीच एक रणनीतिक साझेदारी (Rafale Deal) की घोषणा की गई। यह साझेदारी ग्लोबल मार्केट्स के लिए भारत में फाल्कन 2000 बिजनेस एग्जीक्यूटिव जेट के निर्माण को लेकर है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार, “यह समझौता भारत की एयरोस्पेस विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करेगा।” यह पहली बार है जब डसॉल्ट एविएशन (Rafale Deal) फ्रांस के बाहर, विशेष रूप से भारत में, फाल्कन 2000 जेट का निर्माण करेगी।
इस रणनीतिक कदम से भारत अब अमेरिका, फ्रांस, कनाडा और ब्राजील के बाद बिजनेस जेट बनाने वाले देशों की ग्लोबल लिस्ट में शामिल हो गया है। डसॉल्ट एविएशन ने 2028 के अंत तक भारत में बना पहला ‘मेड इन इंडिया फाल्कन 2000 जेट’ कॉर्पोरेट और सैन्य उपयोग के लिए डिलीवर करने की योजना बनाई है।
Rafale Deal: राफेल निर्माता डसॉल्ट की भारत में मौजूदगी
डसॉल्ट एविएशन वही कंपनी है जिसने भारत को राफेल फाइटर जेट (Rafale Deal) उपलब्ध कराए थे, जो हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में भी इस्तेमाल किए गए थे। फाल्कन 2000 जेट डसॉल्ट का एक प्रीमियम बिजनेस जेट मॉडल है, जो अब भारत में भी निर्मित किया जाएगा।
यह साझेदारी भारत को ना केवल रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मदद करेगी, बल्कि विदेशी निवेश और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगी।
Rafale Deal: रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों की स्थिति
Rafale Deal के ऐलान के बाद रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में निवेशकों की भारी रुचि देखने को मिली। कंपनी के शेयर ने पिछले एक साल में लगभग 83% की वृद्धि की है। 2024 की शुरुआत से अब तक इसमें 21% की तेजी आ चुकी है।
हाल ही में, 11 जून को यह शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹421 पर पहुंच गया था, जबकि पिछले साल 23 जुलाई को यह ₹169.75 के न्यूनतम स्तर पर था।