रवि शास्त्री की सलाह- T20 फॉर्मेट में नहीं होनी चाहिए द्विपक्षीय सीरीज, वर्ल्ड कप ही काफी

नई दिल्ली
टीम इंडिया के हेड कोच और स्टार क्रिकेटर रह चुके रवि शास्त्री का मानना है कि टी20 फॉर्मेट में बस वर्ल्ड कप ही खेला जाना चाहिए और इस फॉर्मेट की इंटरनेशनल द्विपक्षीय सीरीज अब नहीं होनी चाहिए। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 9 जून से पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेली जानी है। शास्त्री को यह भी लगता है कि क्रिकेट फैन्स के उत्साह को देखते हुए जहां तक छोटे फॉर्मेट की बात है तो सबसे अच्छा तरीका फ्रेंचाइजी क्रिकेट के साथ दो साल में टी20 वर्ल्ड कप होगा।

शास्त्री ने 'ईएसपीएनक्रिकइंफो' से कहा, 'टी20 में काफी द्विपक्षीय क्रिकेट हो रहा है। मैंने यह पहले भी कहा है, यहां तक कि जब मैं भारतीय टीम का कोच था तब भी। यह मेरे सामने हो रहा था।' उन्होंने कहा, 'यह 'टी20 क्रिकेट' फुटबॉल की तरह से होना चाहिए जहां, आप सिर्फ वर्ल्ड कप खेलते हो। द्विपक्षीय टूर्नामेंट को कोई याद नहीं रखता।'

भारतीय कोच के तौर पर शास्त्री का कार्यकाल पिछले साल खत्म हुआ था। उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय कोच के तौर पर पिछले छह-सात के कार्यकाल के दौरान वर्ल्ड कप को छोड़कर एक भी टी20 मैच याद नहीं है। उन्होंने कहा, 'एक टीम वर्ल्ड कप जीतती है, वे इसे याद रखती है। दुर्भाग्य से हम नहीं, इसलिए मुझे यह भी याद नहीं।' शास्त्री ने कहा, 'दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेला जा रहा है, हर देश को अपना फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की अनुमति है, जो उनका घरेलू क्रिकेट है और फिर हर दो साल में आप एक वर्ल्ड कप (टी20) खेलो।'

Deepak Vishwakarma

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