फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने एएफएमसी पुणे में विशालकाय ध्वज लोकार्पित किया

फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एफएफओआई) गर्व और सम्मान के साथ प्रतिदिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय ध्वज के माध्यम से देशभक्ति प्रदर्शित करने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का अपना अभियान निरंतर चला रहा है

  • फाउंडेशन के अध्यक्ष नवीन जिन्दल ने चिकित्सा शिक्षा के अग्रणी संस्थान में 108 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया

उज्जवल प्रदेश, रायपुर. फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एफएफओआई) गर्व और सम्मान के साथ प्रतिदिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय ध्वज के माध्यम से देशभक्ति प्रदर्शित करने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का अपना अभियान निरंतर चला रहा है और इसी मिशन के तहत सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी), पुणे के प्लेटिनम जुबली समारोह में फाउंडेशन के अध्यक्ष नवीन जिन्दल ने 108 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराकर उसे राष्ट्र को समर्पित किया।

1 मई, 1948 को स्थापित एएफएमसी एक प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थान है जो चिकित्सा और नर्सिंग छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह संस्थान न केवल शांतिकाल बल्कि युद्ध के समय भी सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ तैयार करने के लिए जाना जाता है।

आज यहां विशालकाय राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीपी वत्स, डीजी-एएफएमएस लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह और एएफएमसी, पुणे के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नरेंद्र कोतवाल सहित सेना के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

विशालकाय ध्वज लोकार्पण के अवसर पर अपने संबोधन में नवीन जिन्दल ने प्लैटिनम जुबली समारोह का हिस्सा बनाए जाने पर आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्र की सेवा में एएफएमसी की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश के नागरिकों के बीच एकता और समानता का प्रतीक है। फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया “हर घर तिरंगा-हर दिन तिरंगा” के उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय ध्वज में निहित संदेश को घर-घर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

एक बातचीत में उन्होंने कहा, “फ्लैग फाउंडेशन राष्ट्रभक्ति के उद्देश्य से एक शपथ अभियान चला रहा है, मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि एफएफओआई की वेबसाइट पर जाएं और शपथ लें। अपने परिवार, रिश्तेदार को भी शपथ लेने के लिए प्रोत्साहित करें। शपथ के शब्द हैं- ”मैं संकल्प लेता हूं कि मैं स्वयं को राष्ट्र के लिए समर्पित करूंगा और अपने देश की भलाई के लिए कार्य करूंगा।”

जिन्दल ने कहा, “जब हम अपने राष्ट्रीय ध्वज के नीचे खड़े होते हैं तो हमें इस राष्ट्र को महान बनाने के लिए एक नागरिक के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को पहचानना चाहिए। तिरंगा हमें यह भी याद दिलाता है कि देश और ध्वज से बढ़कर कुछ भी नहीं है।” उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को स्वस्थ रहने के गुर भी दिये और जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों को दूर रखने के लिए भोजन में संयम रखने के उपाय भी बताए।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद और एएफएमसी के पूर्व निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. डीपी वत्स ने कहा, “मैं देश भर में विशालकाय राष्ट्रीय ध्वज स्थापित करने के लिए नवीन जिन्दल के मार्गदर्शन में फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य की सराहना करता हूं। मैं चाहता हूं कि स्कूलों के पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के बारे में एक अध्याय हो ताकि आने वाली पीढ़ियां भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के महत्व को जान सकें।

फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के बारे में

फ़्लैग फ़ाउंडेशन ऑफ़ इंडिया की स्थापना 1980 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत की गई थी। नवीन जिन्दल द्वारा एक दशक लंबी कानूनी लड़ाई जीतने के बाद एक गैर-लाभकारी संस्था के रूप में फाउंडेशन ने देशवासियों को गर्व और सम्मान के साथ साल के 365 दिन अपने घर और प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय ध्वज के माध्यम से प्रतिदिन देशभक्ति प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

नवीन जिन्दल के एक दशक लंबे कानूनी संघर्ष के परिणामस्वरूप सर्वोच्च न्यायालय ने 23 जनवरी 2004 को फैसला सुनाया कि वर्ष के 365 दिन राष्ट्रीय ध्वज का सम्मानपूर्वक प्रदर्शन प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। इस फैसले के बाद नवीन जिन्दल ने तिरंगा फहराने के अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया की स्थापना एक गैर-सरकारी संस्था के रूप में की।

तिरंगा हर भारतीय के लिए प्रेरणा का सर्वोच्च प्रतीक है। यह वास्तव में हमारी मातृभूमि के लिए गर्व और सम्मान की सच्ची अभिव्यक्ति है। इस भावना के प्रचार-प्रसार एवं राष्ट्रीय ध्वज से प्रेरणा लेकर देश की भलाई का कार्य करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया विभिन्न परियोजनाएं चला रहा है।

सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे में 108 फुट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के बाद सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक एवीएसएम, वीएसएम, पीएचएस और सीनियर कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह सिंह के साथ राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) डी.पी. वत्स, फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट नवीन जिन्दल और मुख्य कार्याधिकारी मेजर जनरल (रि.) अशीम कोहली व अन्य वरिष्ठ सेनाधिकारी।

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