MP News: 32 IPS अफसरों को बायपास कर SPS अफसरों को बनाया गया SP

Latest MP News: प्रदेश में एक बार फिर लंबे अरसे पर एसपीएस अफसर को पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। शनिवार को शासन ने भिंड जिले की कमान मनीष खत्री को सौंपी है। मनीष खत्री के बैच के ही कई अफसर जिलों में एडिश्नल एसपी के पद पर पदस्थ है।

Latest MP News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. प्रदेश में एक बार फिर लंबे अरसे पर एसपीएस अफसर को पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। शनिवार को शासन ने भिंड जिले की कमान मनीष खत्री को सौंपी है। मनीष खत्री के बैच के ही कई अफसर जिलों में एडिश्नल एसपी के पद पर पदस्थ है। वहीं पुलिस मुख्यालय और बटालियनों में तैनात कमांडेंट रेंक के 32 अफसरों को बायपास कर यह पदस्थापना हुई है।

भिंड एसपी मनीष खत्री राज्य पुलिस सेवा के वर्ष 1996 बैच के अफसर हैं। उनके बैच के अफसर विनोद कुमार सिंह गुना, देवेंद्र पाटीदार धार, सुंदर सिंह कनेश नीमच और राय सिंह नरवरिया मुरैना जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। हालांकि इस बैच को आईपीसी अवार्ड होने को लेकर दो मई को डीपीसी है। ऐसी उम्मीद है कि इस बैच के जिन अफसरों को रिकॉर्ड बेहतर होगा उन्हें अगले महीने आईपीएस अवार्ड होने के आदेश हो सकते हैं।

पहले भी होता रहा है ऐसा

प्रदेश में एसपीएस अफसर को एसपी बनाने का यह पहला मौका नहीं हैं। हालांकि पिछले 6 साल से प्रदेश में ऐसा नहीं हुआ कि जब एसपीएस अफसर को जिले की कप्तानी सौंपी गई। इससे पहले शशिकांत शुक्ला को एसपी बनाया गया था। ओपी त्रिपाठी और मिथलेश शुक्ला भी बिना आईपीएस हुए जिलों में एसपी बन चुके हैं।

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बताया जाता है कि यह तीनों अफसर जब एसपी बने थे तब ये जिलों की जगह पर ऐसी शाखाओं में पदस्थ थे, जहां इन पर एसपी का ही चार्ज था। उस वक्त पुलिस अधीक्षक के पद इतने नहीं थे, इसलिए कई बार ऐसी परिस्थिति बन जाती थी कि एसपीएस अफसर को जिले में पुलिस अधीक्षक बनाना पड़ता था।

11 एआईजी, 21 कमांडेंट हुए बायपास

मनीष खत्री को एसपी भिंड बनाने में लगभग ढाई दर्जन आईपीएस अफसरों को बायपास कर दिया गया। ये सभी अफसर कई सालों से आईपीसी हैं। इनमें से कुछ डायरेक्टर आईपीएस अफसर हैं, जबकि कुछ राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस अवार्ड हुए हैं। इन अफसरों में से 11 आईपीएस अफसर पुलिस मुख्यालय में बतौर एआईजी पदस्थ हैं। जबकि प्रदेश की विभिन्न बटालियनों में 20 से ज्यादा आईपीएस कमांडेंट के पद पर पदस्थ हैं।

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