MP News : सीएम बोले – विज्ञान और धर्म एक दूसरे का करते हैं समर्थन
Latest MP News : CM शिवराज सिंह और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और MSME मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की मौजूदगी में 8वें विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ राजधानी के मैनिट कैम्पस में किया गया।
Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की मौजूदगी में आठवें विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ राजधानी के मैनिट कैम्पस में किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विज्ञान की जननी टेक्नोलॉजी नहीं है बल्कि जिज्ञासा है और इसी के बदौलत हम नए इन्वेंशन करते हैं। सीएम ने कहा कि भारत की मिट्टी और संस्कृति की जड़ों में नवाचार, नए आविष्कार और वैज्ञानिक सोच भरी पड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत का सोच और भारत का दृष्टिकोण वैज्ञानिक है।
विज्ञान और धर्म एक दूसरे को काटते नहीं हैं बल्कि एक दूसरे का समर्थन करते हैं। बीसवीं सदी भले ही विज्ञान की सदी रही हो लेकिन 21वीं सदी विज्ञान और अध्यात्म की सदी होगी। उन्होंने कहा कि सोच को आकार देने के लिए जिद की जरूरत होती है। हमारी सोच जिज्ञासा में बदलती है और दुनिया भर में स्टार्टअप के मामले में तीसरे स्थान पर होना हमारी जिज्ञासा का ही परिणाम है।
इसके पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमारे देश में प्रतिभा की कभी कमी नहीं रही है। लोगों में क्षमता और जज्बा भी कम नहीं था। आंखों में सितारे भी कम नहीं थे लेकिन शायद तब उस प्रकार अनुकूलता का वातावरण नहीं था परंतु अब वातावरण बदला है।
आठ विभागों की सहभागिता
इस महोत्सव में आठ विभागों की सहभागिता है। इसमें केन्द्रीय जैव प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद्, अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, विज्ञान भारती, मेनिट शामिल हैं। राज्य शासन इस संपूर्ण कार्यक्रम में सहयोगी और म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् नोडल एजेन्सी है।
महोत्सव में केन्द्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, सचिव जैव प्रौद्योगिकी डॉ. राजेश एस. गोखले, सचिव पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय डॉ. एम. रविचन्द्रन, सचिव विज्ञान भारती डॉ. सुधीर भदौरिया, महानिदेशक, सीएसआईआर और सचिव डीएसआईआर डॉ. एन. कलैसेल्वी, वैज्ञानिक एच डीबीटी भारत सरकार डॉ. संजय मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित हैं।
नामचीन वैज्ञानिक, रिसर्चर, स्टूडेंट्स की मौजूदगी
भोपाल में पहली बार हो रहे विज्ञान महोत्सव में देश के विभिन्न अंचल से 8 हजार से अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। महोत्सव में नामचीन वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षक तथा उद्योग जगत के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
आजादी के अमृतकाल में हो रहे इस महोत्सव मुख्य विषय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर है। महोत्सव में इस बार 15 गतिविधियों का आयोजन होगा। पहले दिन प्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर का गायन भी होगा ।