Khirkiya News : हर्षित मुनिजी म.सा. बोले – सिद्धि के पीछे नही शुद्धि के पीछे भागे, शुद्धि की परछाई का नाम ही सिद्धि

Latest Khirkiya News : पूज्य हर्षित मुनिजी म सा ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा की कर्म पुण्य - पाप का नाम है,ज्ञानी जन कार्य से कारण तक पहुंचते है कार्य से कारण तक पहुंचने का मार्ग साधना है।

ललित बाथोले, उज्जवल प्रदेश, खिरकिया.
Latest Khirkiya News : (नागपुर) पूज्य हर्षित मुनिजी म सा ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा की कर्म पुण्य – पाप का नाम है,ज्ञानी जन कार्य से कारण तक पहुंचते है कार्य से कारण तक पहुंचने का मार्ग साधना है।अगर हमे दुख है तो उसका कारण ढूढे।संकल्प से जीवन में परिवर्तन आता है।

हम आराधना तो कर रहे है लेकिन शुद्धता के साथ करे उसमे विराधना बिलकुल नहीं होनी चाहिए।सिद्धि के पीछे मत भागिए शुद्धि के भागिये,शुद्धि की परछाई ही सिद्धि है। अनाशक्ति योग की साधना करने वाले आचार्य रामलाल जी म सा के जीवन के कई उदाहरण देकर समझाया की रोग आदि में भी समाधी भाव रखना बड़ी साधना है।

शासन दीपक पदम मुनीजी म.सा.,उदित मुनिजी म.सा. एवं प्रणत मुनिजी म.सा. आदि ठाणा 3 ओरंगाबाद चातुर्मास संपन्न कर शिरूड आदि क्षेत्र फरस्ते हुए 26 दिन में 600 किलोमीटर से अधिक का उग्र विहार कर नागपुर पधारे। शासन दीपक हर्षित मुनिजी म सा एवं धीरज मुनिजी म सा आदि ठाणा 2 राजनांदगांव का चातुर्मास संपन्न कर नागपुर पधारे तथा हेमंत मुनिजी म.सा. एवं सौरभ मुनि जी म.सा. आदि ठाणा 2 देवकर छत्तीसगढ़ का चातुर्मास संपन्न कर नागपुर पधारना हुआ

साथ ही शासन दीपिका सौम्य शीला जी म.सा.,विवेक शीला जी म.सा.,सुयश प्रज्ञा जी म.सा.एवं जय प्रज्ञा जी म.सा. आदि ठाणा 4 रालेगांव चातुर्मास संपन्न कर नागपुर पधारे चारो सिघाड़ो का मिलना नागपुर की पुण्य एवं धरा पर हुआ।दर्शन,सानिध्य एवं का लाभ लेने के साथ साथ सेके काल की विनती हेतु प्रतिदिन गुरुभक्तो का आवागमन बना हुआ है।

इसी तारतम्यता में दो दिवसीय संत सतीया दर्शन एवं विनती यात्रा के दौरान खिरकिया श्वेतांबर जैन संघ के आशीष समदडिया,रक्षा पंकज कोटेचा,ऋषिका समदडिया,भूमिका समदडिया,दर्शना कोटेचा सहित सैकड़ों श्रावक श्राविका दुर्ग,राजनांदगांव,इंदौर,रायपुर,भंडारा उपस्थित थे। ज्ञातव्य है कि साध्वीया म सा ने बर्ष 1990,1995 एवं 1998 में चातुर्मास खिरकिया में किए है।

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