पैरामेडिकल एम्पलाइज एसोसिएशन मध्य प्रदेश ने किया सांकेतिक प्रदर्शन : दिव्य सारांश अग्निहोत्री

GMC भोपाल में सहचिकित्सीय कर्मचारियों द्वारा प्रदेश अध्यक्ष दिव्य सारांश अग्निहोत्री के नेतृत्व में पैरामेडिकल कर्मचारी एसोसियेशन MP की 21 सूत्रीय मांगों के निराकारण हेतु सांकेतिक प्रदर्शन किया गया।

संदीप जैन, उज्जवल प्रदेश, भोपाल.
स्वशासी गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में सहचिकित्सीय कर्मचारियों द्वारा पैरामेडिकल एंप्लाइज एसोसियेशन के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष दिव्य सारांश अग्निहोत्री के नेतृत्व में पैरामेडिकल कर्मचारी एसोसियेशन मध्यप्रदेश की 21 सूत्रीय मांगों के शीघ्र निराकारण हेतु सांकेतिक प्रदर्शन किया गया।

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पैरामेडिकल एंप्लॉइज एसोसियेशन मध्य प्रदेश भोपाल के प्रदेश अध्यक्ष दिव्य सारांश अग्निहोत्री ने कहा कि पैरामेडिकल एंप्लॉयज एसोसियेशन मध्य प्रदेश द्वारा प्रदेश के 13 चिकित्सा महाविद्यालय में कार्यरत हजारों कर्मचारियों की नैतिक मांगो को शासन के समक्ष वर्षो से रखा जा रहा है लेकिन आज दिनांक तक अनार्थिक मांगो का भी निराकरण न होने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है जिससे कर्मचारी आंदोलन की राह पर अडिग हैं ।

यदि शासन स्तर पर एसोसियेशन के मांग पत्र पर 15 दिवस के अंदर कोई निराकारण नही किया जाता है तो प्रदेश के हजारों सहचिकित्सीय कर्मचारी उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे। जिससे चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों के उपचार में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ व्यवस्था बाधित होने की समस्त जिम्मेवारी शासन की होगी। ध्यानाकर्षण करते हुए इस दौरान पैरामेडिकल एंप्लॉइज एसोसियेशन मध्य प्रदेश भोपाल के जिला अध्यक्ष बसंत कुर्मी, परवेज जोशी सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे।

21 सूत्रीय मांगें

  • आयुष्मान योजना का इन्सेन्टिव / प्रोत्साहन राशि शीघ्र प्रदान की जाए। सोसल वर्कर एवं फार्मासिस्ट को भी योजना का लाभ प्रदान किया जाए।
  • समयमान वेतनमान का एरियर शीघ्र प्रदान किया जाये। छूटे हुए स्टाफ को समयमान वेतनमान का लाभ शीघ्र प्रदान की जाए।
    समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों में 01/01/2016 से 7 वे वेतनमान का लाभ दिया जाये।
  • समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों पूर्व में लागू ईपीएफ / ईपीएस की ग्रास राशि का ट्रान्सफर एनपीएस में किया जाए एवं पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए।
  • पैरामेडिकल स्टाफ को शासकीय आवास आबंटन हेतु संपदा संचालनालय को पत्र लिखकर स्वशासी कर्मचारियों के लिए कोटा रिजर्व किया जाए एवं परिसर में भी आवास उपलब्ध करायें जायें।
  • म्यूच्यूअल ट्रांसफर में समान कैटेगरी की अनिवार्यता समाप्त कर एवं प्रक्रिया सरल कर सीनियरटी यथावत रखी जाएँ एवं 3/6 वर्ष की समय सीमा समाप्त कर स्थायी पदस्थापना की जाए एवं वर्तमान में शासन द्वारा पूर्व में किये गए म्यूच्यूअल ट्रान्सफर निरस्तीकरण का आदेश वापिस लिया जाए।
  • सभी पैरामेडिकल स्टाफ की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष की जायें। एवं रिटायरमेन्ट के 1 माह पहले पेंशन ग्रेच्युटी/जी.पी.एफ. नगदी करण एवं अन्य सेवा निवृत्ति संबंधी प्रक्रिया पूर्ण करने के आदेशदिए जाए।
  • पद नाम लेब टेक्निशियन मेडिकल लेब टेकनिकल आॅफिसर किया जाए। एवं कैथ लेब – टेक्निशियन का कैथ लैब टेक्निकल आफिसर, एक्सरे टेक्निशियन / रेडियो ग्राफर का नाम रेडियोलॉजी आॅफिसर एवं टेक्निकल सुपर वाइजर का पद नाम-टेक्निकल सुपरवीजन आफिसर, बायो केमिस्ट का पद नाम, बायो केमिस्टी आफिसर (राजपत्रित) किया जाए । ओक्यूपेशनल थेरपिस्ट का पद नाम ओक्यूपेशनल थेरिपी आफिसर एवं अन्य समस्त टेक्निशियन का पद नाम, संबंधित टेक्नोलॉजिस्ट / टेक्निकल आॅफिसर किया जाएँ। मेडिकल सोसल वर्कर का पद नाम मेडिकल सोसल वेल्फेयर आॅफिसर, साइकेट्रिक सोसल वर्कर / सोसल वर्कर का पद नाम, साइकेट्रिक सोसल वेलफेयर आफिसर/ सोसल वेल्फेयर आफिसर किया जाए।
  • ग्रेड पे 4200/- उपरोक्त सभी स्टाफ का ग्रेड पे 4200-/ किया जाए।
  • नियत समय में पदोन्नति के अबसर मेडिकल लैब टेक्निशियन एवं सभी की पदोन्नति 5 वर्ष – में प्रदान कर निम्नानुसार नाम दिए जाएँ। 1. टेक्निकल आफिसर, 2. सनियर टेक्निकल आफिसर, 3. चीफ टेक्निकल आफिसर, 4. संबिदा पैरामेडिकल स्टाफ जैसे लैब टेक, एन.एच.एम., NACO (AIDS) टीबी, मलेरिया, कुष्ठ एवं अन्य सभी स्टाफ को सीधे नियमित किया जाए।
  • समस्त टेक्निशिसन अस्सिटेन्ट, लैब असिसटेन्ट, डार्करूम असिसटेन्ट एवं अन्य समस्त असिसटेन्ट के ग्रेड पे 2800 किया जाए।
  • लेब अटेन्डेन्ट, डार्करूम 3 टेन्डेट, ओटी अटेन्डेन्ट डायलिसिस अटेन्डेन्ट एवं समस्त अटेन्डेन्ट का ग्रेड पे 2400 किया जाए। डायलिसिस टेक्निशियन का ग्रेड पे 4200 कर नाम डायलिसिस टेक्निकल आॅफिसर किया जाए एवं टेलीफोन अटेन्डेन्ट को एल.डी.सी. में प्रमोट किया जाए।
  • शासन की 2018 की नीति से पैरामेडिकल स्टाफ का प्रथम 3 माह 10000 रू. वेतन एवं प्रथम वर्ष 70 प्रतिशत, द्वितीय वर्ष 30 प्रतिशत, तृतीय वर्ष 90 प्रतिशत एंव तीन वर्ष की परिवीक्षा अधि निरस्त कर 100 प्रतिशत वेतन प्रदान कर परिवीक्षा अवधि 2 वर्ष करने का कष्ट करें। एवं शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की परिवीक्षा अवधि खत्म कर नियमित किया जाए।
  • टेक्निशियन, असिसटेन्ट, अटेन्डेन्ट के नए पद सृजित कर शीघ्र भर्ती की जाए एवं चिकित्सा महाविद्यालयों के सभी विभागों में लेब स्टाफ रेडियोग्राफर टेक्निशियन एवं अन्य की भर्ती की जाए क्योंकि विभागों के विस्तार यू.जी., पी.जी. सीट एवं मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है।
  • लेब टेक एवं अन्य टेक्निशियन को नर्सिंग स्टाफ की तरह विभागीय पशिक्षण / परीक्षा के द्वारा प्रबंधन,सी.एच.ओ./डिमोन्सट्रेटर / टयूटर / आदि पदो पर कार्य करने का अवसर प्रदान किया जाए एवं यू.जी./पी.जी. योग्यताधारी पैरामेडिकल स्टाफ को पैरामेडिकल स्टूडेन्ट को पढाने का अवसर प्रदान कर 5000रू. मान देय प्रदान किया जाए।
  • सभी टेक्निशियन असिसटेन्ट, अटेन्डेन्ट को जोखिम भत्ता, रात्रिकालीन भत्ता, इमरजेन्सी कार्य भत्ता, वीआईपी ड्यूटी, कैम्प, स्वास्थ्य सिविर हेतु अतिरिक्त कार्य भत्ता, प्रतिकार्य दिवस 300 रू. अतिरिक्त, रेडियोलॉजी डिपार्टमेन्ट कर्मचारियों को रेडियशन एलाउन्स मूल वेतन का 25 प्रतिशत प्रदान किया जाए।
  • डाक्टरों की तरह नॉनप्रेक्टिस एलाउन्स / प्राइवेट प्रेक्टिस की अनुमति एवं वेसिक जाँचों के साथ लेब खोलने की अनुमति या एक्सरे एवं अन्य कैडर संबंधी निजी प्रेक्टिस करने की अनुमति प्रदान की जाए, क्योंकि साइड लेब नेको/ एड्स, टीबी, कुष्ठ एवं अन्य कार्यक्रम में स्वतंत्र रूप से कार्य करते है।
  • लेब टेक एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती संबिदा, आउटसोर्स, अस्थायी रूप से न भरते हुए नियमित पदों पर भर्ती की जाए या प्रमोशन से पद भरे जाये।
  • आयुष्मान निरामय योजना / मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ सभी पैरामेडिकल कर्मचारियों को प्रदान किया जाए।
    मेडिकल रिएम्बर्समेन्ट शासकीय कर्मचारियों की तरह असीमित किया जाए। एवं सभी जॉच एवं इलाज नि:शुल्क कर कर्मचारियों के लिए वार्डों में बेड रिजर्व किए जाए।
  • नियमानुसार निलंबन प्रक्रिया किसी कर्मचारी पर कोई आरोप लगने पर या कोई गलती पर नियमानुसार मौखिक चेतावनी, कारण बताओ नोटिस, वेतन बृद्धि रोकना, विभागीय जाँच करने की प्रक्रिया अपनाई जाए। न कि सीधें निलंबन किया जाए।

 

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