लखीसराय में दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर आंदोलन, 81 ट्रेनों का बदला गया रास्ता, 55 को करना पड़ा रद्द
लखीसराय बड़हिया
बिहार के लखीसराय में अति व्यस्त दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर बड़ा आंदोलन चल रहा है, जिसकी वजह से दर्जनों ट्रेनों का रास्ता बदला गया है तो 50 से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। बड़हिया में चल रहे आंदोलन की वजह से सोमवार को दूसरे दिन 80 से अधिक ट्रेनों का रूट बदला गया है तो 55 को रद्द करना पड़ा है। वहीं दो ट्रेनों का सफर छोटा किया गया है। रेल व जिला प्रशासन के काफी समझाने के बाद भी आंदोलनकारी समझने को तैयार नहीं हैं। इसका नतीजा यह है कि रेलवे भी लगातार बुलेटिन जारी कर रद्द व मार्ग परिवर्तन होने वाली ट्रेनों की सूची जारी कर रहा है।
दरअसल, दर्जनभर ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर बड़हिया रेल संघर्ष समिति के द्वारा बड़हिया रेलवे स्टेशन पर रविवार से आंदोलन शुरू किया गया है। आंदोलन के पहले ही दिन समिति सदस्यों के आक्रमक रवैये को शांत करने में रेल व जिला प्रशासन विफल साबित हो गया। रविवार की रात करीब साढ़े दस बजे तक जहां 40 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन हुआ, 81 ट्रेनें रद्द की गईं और तीन ट्रेन का आंशिक समापन हुआ। वहीं सोमवार को भी रेलवे ने बुलेटिन जारी कर अलग-अलग ट्रेनों के रद्द और मार्ग परिवर्तन की सूची जारी की है। रेलवे द्वारा जारी सूची के अनुसार रात पौने 12 बजे से अबतक 81 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है, तो वहीं रद्द होने वाली ट्रेनों की संख्या 28 है। इनमें से कई ट्रेनों का परिचालन मुंगेर, गया आदि रूटों से किया जा रहा है। वहीं कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
लखीसराय से मोकामा तक के यात्री परेशान
लखीसराय से मोकामा तक के उन यात्रियों को अधिक परेशानी हो रही है, जो ट्रेनों से लोकल सफर करते हैं। मोकामा से किऊल, भागलपुर या झाझा की तरफ जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है, तो वहीं लखीसराय से मेन लाइन के रास्ते मोकामा-पटना तक जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियां हो रही है। ट्रेनों के अस्त-व्यस्त रूटों से यात्रियों को अतिरिक्त समय लगने से यात्रा से हिचक रहे हैं।
जिला प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी
जिला प्रशासन ने भी आंदोलन के बीच चौकसी बढ़ा दी है। जिला प्रशासन के जारी संयुक्त आदेश में स्टेशन परिसर से लेकर बाहरी हिस्सों में 13 वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। वहीं दर्जनभर से अधिक मजिस्ट्रेटों के साथ ही पुलिस पदाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। संबंधित पदाधिकारी स्टेशन के प्लेटफॉर्म, मुख्य द्वार, बाहरी हिस्सों में अलग-अलग शिफ्टों में अगले चार दिनों तक तैनात रहेंगे।
निकाय चुनाव का भी असर
बड़हिया रेल आंदोलन में नगर निकाय चुनाव का भी असर देखा जा रहा है। आंदोलनकारियों को भावी प्रत्याशियों का भी खूब समर्थन मिल रहा है। भोजन-पानी से लेकर आम यात्रियों का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। स्टेशन के बाहर सवारी वाहनों की मनमानी पर भी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ संभावित उम्मीदवारों के एजेंट नजर रख रहे हैं। उचित भाड़ा में यात्रियों को गाड़ी उपलब्ध कराने का प्रयास कराया जा रहा है। वहीं आंदोलन कमजोर न पड़े इसको लेकर लोगों की उपस्थिति भी लगातार बढ़ाई जा रही है।
24 घंटे से खड़ी है पाटलिपुत्रा
पटना-हटिया पाटिलपुत्रा एक्सप्रेस पिछले 24 घंटे से बड़हिया स्टेशन पर ही खड़ी है। हालांकि इस ट्रेन के यात्रियों को रविवार की देर शाम तक बसों के माध्यम से पटना भेज दिया गया था। जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए चार बसों से इन्हें भेजा गया था। वहीं पाटिलपुत्रा एक्सप्रेस ट्रेन को बड़हिया से आगे निकलने नहीं दिया गया। रविवार की सुबह 10 बजे पाटिलपुत्रा को आंदोलनकारियों के द्वारा रोका गया था।
दूसरे दिन भी बड़हिया बाजार बंद
सोमवार को भी आंदोलन का समर्थन करते हुए बड़हिया बाजार पूर्णत: बंद रहा। यहां के दुकानदारों ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए जबतक ट्रेन नहीं, तबतक धंधा नहीं की बात कर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि ट्रेनों का परिचालन कम होने से उनलोगों का व्यवसाय भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में यहां ट्रेनों का ठहराव होना पूरे बड़हिया प्रखंड के लोगों की जरूरत है। इसे हरहाल में वे लोग मंगवा कर रहेंगे।
एडीआरएम की वार्ता फिर विफल
सोमवार को एकबार फिर एडीआरएम विवि गुप्ता बिना किसी पूर्व सूचना के आंदोलन स्थल पर अपने विशेष सैलून से पहुंच गए हैं। उन्होंने यहां पहुंचकर पुन: आंदोलनकारियों से वार्ता करने की कोशिश की, लेकिन आंदोलनकारी मानने को तैयार नहीं हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि उनकी जो भी मांगें हैं, रेलवे उसे लिखित रूप से स्वीकार कर पूरा करने का आश्वासन दें तभी आंदोलन पर रोक लगेगी। या फिर उनलोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
81 ट्रेनों का रूट डाइवर्ट, 55 रद्द और दो का आंशिक समापन
रेलवे ने एकबार फिर बड़ी सख्या में ट्रेनों के परिचालन में फेरबदल किया है। बड़हिया में चल रहे रेल आंदोलन को लेकर बाधित किऊल-पटना मेन लाइन को देखते हुए ट्रेनों के परिचालन में फेरबदल किया जा रहा है। दानापुर मंडल द्वारा जारी नये बुलेटिन में 81 ट्रेनों का रूट डाइवर्ट किया गया है। वहीं 55 ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। वहीं दो ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेशन किया गया है। वहीं इससे पहले 81 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया था। जबकि 51 ट्रेनों का निरस्तीकरण किया गया, दो का आंशिक समापन किया गया है। बरौनी रूट की ट्रेनों को किऊल से जमालपुर और मुंगेर के रास्ते बेगूसराय होते हुए निकाली जा रही है। वहीं पटना, दिल्ली को जाने वाली ट्रेनों का गया के रास्ते परिचालन किया जा रहा है। दो ट्रेनों में शामिल पटना-जसीडीह और हटिया-पटना एक्सप्रेस ट्रेन को शॉर्ट टर्मिनेशन किया गया है।