Sukanya Samriddhi Yojana: जनवरी-मार्च 2025 के बीच खोलें बेटियों का खाता और पायें 8.2 प्रतिशत तक का ब्याज
Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए एक वरदान स्वरूप है। इस योजना से बेटियों का भविष्य को बेहतर तरीके से सुरक्षित करना है ।

Sukanya Samriddhi Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना का मकसद माता-पिता को अपनी बेटियों के लिए पैसे जमा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इससे बेटियों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है। सरकार ने जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक के लिए इस योजना की ब्याज दर 8।2% रखी है। यह दर पहले की तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) के समान है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कम से कम जमा करें 250 रुपए
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) का लाभ लेने के लिए हर साल कम से कम 250 रुपए जमा करना जरूरी है। किसी कारण अगर यह रकम जमा नहीं हुई तो खाता बंद हो जाता है। इसे फिर से चालू करने के लिए 250 रुपए किस्त के और 50 रुपए जुर्माना देना होता है।
एक साल में बेटियां ज्यादा से ज्यादा 1,50,000 रुपए तक इस योजना में जमा कर सकती हैं। यह खाता 21 साल तक चलता है या बेटी की शादी के समय यह बंद हो जाता है। अगर बेटी 18 साल की हो जाती है, तो उसकी पढ़ाई लिखाई के लिए खाते से 50% तक पैसे निकाले जा सकते हैं।
तीनों टैक्स होते हैं फ्री
सुकन्या समृद्वि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में 8।2% की ब्याज दर मिलती है, जो सभी छोटी बचत योजनाओं में सबसे ज्यादा है। इसमें टैक्स का सबसे बड़ा फायदा मिलता है। जमा किया गया पैसा, उस पर मिलने वाला ब्याज और खाते की परिपक्वता पर मिलने वाली राशि तीनों टैक्स-फ्री होते हैं।
खाता खोलने के लिए ये दस्तावेज जरूरी है
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) के लाभ स्वरूप खाता खोलने के लिए आपको लड़की का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता की फोटो और पहचान-पते के कागज देने होते हैं। यह खाता 14 साल तक चालू रहता है, जो पैसे जमा किए जा सकते हैं। अगर किसी साल पैसे जमा नहीं किए, तो भी खाता 15 साल के अंदर फिर से शुरू किया जा सकता है।
Sukanya Samriddhi Yojana का उदेश्य , बेटियों का भविष्य सुरक्षित करना है
सुकन्या समृद्धि योजना शुरू करने का सरकार का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित और बेहतर करना है। अक्सर जब बेटियां पैदा होती हैं तो गरीब या मध्यम परिवारों के माता-पिता इस बात को लेकर चिंतित हो जाते हैं कि उनकी बेटी का भविष्य कैसा होगा । उन्हें अपनी बेटियों की पढ़ाई और शादी के खर्च की हमेशा चिंता बनी रहती है। उन्हें इन सभी चिंताओं से मुक्त करने के लिए सरकार ने सुकन्या योजना शुरू की है।
इस योजना के जरिए कोई भी गरीब मध्यम परिवार का अभिभावक आसानी से बचत खाता खोलकर अपनी बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए उसमें पैसे का निवेश कर सकता है। इससे जब बेटियां बड़ी होंगी तो उन्हें रुपए की चिंता नहीं करनी पड़ेगी और बेटियां आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
ये हैं योजना के लाभ
- उच्च ब्याज दर: इस योजना के तहत पात्र को 8।2% का चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है, जो अन्य बचत योजनाओं की तुलना में सबसे अधिक है।
- कर छूट का लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत जमा राशि पर कर छूट का लाभ मिलता है।
- ज्यादा बचत: न्यूनतम 250 से लेकर अधिकतम 1।5 लाख रुपए प्रति वर्ष तक जमा कर सकते हैं।
- खाते का ट्रांसफर: खाता धारक किसी भी शहर या राज्य में अपना खाता आसानी से पोस्ट ऑफिस से नजदीकी बैंक या बैंक से पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकता है।
- पढ़ाई लिखाई और विवाह के लिए धनराशि: बेटी के 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर आप कुल जमा राशि का 50% पढ़ाई के लिए निकाल सकते हैं।
- 21 साल की आयु पूरी होने पर: योजना के तहत बेटी के 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर पूरी राशि के साथ ब्याज दिया जाता है।
Sukanya Samriddhi Yojana के लिए यह है पात्रता
- इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए कन्या एवं उनके माता पिता देश के स्थाई निवासी होने चाहिए।
- सुकन्या योजना के तहत एक परिवार की केवल दो बालिकाओं का ही खाता खोला जा सकता है।
- Sukanya Samridhi Yojana के तहत खाता खुलवाने के लिए बालिका की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।
- इस योजना के तहत एक कन्या के नाम से केवल एक ही एकाउंट खुलवा सकते है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने के लिए ये दस्तावेज़ जरूरी है
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता या अभिभावक का आधार कार्ड या पहचान प्रमाण लगाना होगा
- बेटी का पासपोर्ट साइज का फोटो लाएं
- बेटी के माता-पिता का चालू मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी जरूरी है