Vastu Tips: यदि यह पेड़ लगा है घर के आसपास तो हटाएं तुरंत, इससे निकलती है निगेटिव ऊर्जा
Vastu Tips: अगर आपके घर व आसपास गूलर का पेड़ लगा है तो इसे वहां से तत्काल हटा दें। क्योंकि यह पेड़ आपकी तरक्की रोक सकता है। इससे निगेटिव ऊर्जा निकलती है, जो हमारे लिए नुकसानदायक होती है।

Vastu Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर आपके घर व आसपास गूलर का पेड़ लगा है तो इसे वहां से तत्काल हटा दें। क्योंकि यह पेड़ आपकी तरक्की रोक सकता है। इससे निगेटिव ऊर्जा निकलती है, जो हमारे लिए नुकसानदायक होती है। वास्तु की मानें तो गूलर का पेड़ घर के आस-पास या घर में नहीं होना चाहिए। ये अशुभ माना जाता है।
दरअसल ये पेड़ नेगेटिव एनर्जी को आकर्षित करता है और उसका संचार बढ़ाता है। अगर आपके घर में गूलर का पेड़ उग गया है तो इसे हटाना बहुत जरूरी है। हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कई पेड़ ऐसे हैं जिनकी पूजा-पाठ की जाती है। जिससे जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं कुछ पेड़ ऐसे भी हैं जिनकी पूजा करना अशुभ माना गया है।
इसलिए है यह यह अशुभ
- गूलर का पेड़ नेगेटिविटी को भी बढ़ाता है।
- ज्योतिष के हिसाब से गूलर का पेड़ कुबेर का वास होता है।
- कहते हैं कि इस पेड़ में नियमित रूप से जल अर्पित करने से आदमी पर कुबेर देव की कृपा हमेशा बनी रहती है।
- गूलर का पेड़ नेगेटिविटी को तेजी से बढ़ाता है। इसलिए कहते हैं इसे घर पर नहीं लगना चाहिये।
घर के पास बरगद, पीपल, पाकड़ और गूलर का पेड़ नहीं लगाना चाहिए
ज्योतिष की मानें तो गूलर के पेड़ का घर में होना परिवार में शांति खत्म होती है। साथ ही घर के सदस्यों की आपस में तनातनी शुरू हो जाती है। इससे मानसिक तनाव बना रहता है। वास्तु की मानें तो घर के आगे और पीछे कांटे या दूध वाले पौधों को नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से शत्रु से भय और धन का नाश होता रहता है।
कहते हैं अग्निकोण में बरगद, पीपल, पाकड़ और गूलर का पेड़ भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए। इससे आपको भारी संकटों का सामना करना पड़ सकता है। विद्यानों की मानें तो गूलर का पेड़ नकारात्मकता को बढ़ावा देता है।
घर में क्लेश का वातावरण पैदा होता है
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर गूलर का पेड़ घर में उग आया है तो उसे तत्काल हटा दें नहीं तो आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार ज्यादा होने लगेगा और आपको वह नकारात्मकता प्रभावित करेगी। इसके अलावा, गूलर के पेड़ का घर में लगना पारिवारिक शांति को भी भंग करता है। घर में क्लेश का वातावरण पैदा होता है और आपसी संबंध भी बिगड़ने लगते हैं।
नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।