Vastu Tips: रसोई घर में न हो पूजा का मंदिर, बिगड़ेंगे काम

Vastu Tips: रसोई घर और किचिन साथ साथ होने से घर में पैसों की बरकत बिलकुल नहीं होती और घर में किसी न किसी का बीमार होना लगा रहता है। काम बनते -बनते बिगड़ जाते हैं।

Vastu Tips: रसोई घर और किचिन साथ साथ होने से घर में पैसों की बरकत बिलकुल नहीं होती और घर में किसी न किसी का बीमार होना लगा रहता है। काम बनते -बनते बिगड़ जाते हैं।

रसोईघर में बाहरी लोगों का प्रवेश न हो

हमरे घर की रसोई घर यानी कि किचन, घर के मुख्य जगहों में से एक होता है और उससे भी ज्यादा ख़ास होता है घर में पूजा पाठ का स्थान । हम सुबह उठने के बाद और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद पूजा घर में जाते हैं और पूजा -पाठ करके अपने दिन शुरू करते हैं ।

यही वजह है कि घर में पूजा के स्थान को सबसे अधिक पवित्र माना जाता है और इसे घर की किसी ऐसे स्थान पर बनाया जाता है जहां बाहरी लोगों का आगमन न हो। कुछ लोग घर में मंदिर या पूजा की जगह बनाते समय सही दिशा का ध्यान रखते हैं और कुछ लोग नहीं रखते।

साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें

वैसे देखा जाता है कि किचन में आप कितनी भी सफाई का ध्यान रखें लेकिन कभी न कभी किचन में जूठे बर्तन जरूर इकट्ठे हो जाते हैं, जो दरिद्रता का करण बनते हैं। इसलिए जब आप घर के किचन में ही मंदिर या पूजा का स्थान बनाते हैं तब आपके लिए ये ज्यादा दिक्कत भरा हो सकता है। हमेशा याद रखें कि जूठे बर्तन रखे जाते हैं तो पूजा का फल नहीं प्राप्त होता है और माता लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं। इस वजह से भूलकर भी किचन में मंदिर का स्थान नहीं होना चाहिए।

बिना स्नान किये किचिन में न जायें

किचन में सुबह बिना नहाए हुए ही चले जाते हैं और जल्दबाजी में महिलाएं खाना बनाने के लिए बिना स्नान किये ही किचन का काम करना शुरू कर देती हैं। यदि पूजा घर किचन में ही होता है तो मंदिर या पूजा के स्थान में भी पवित्रता नहीं रह पाती है। कई बार हम रसोई घर में हम कई बार ऐसी चीज़ों का इस्तेमाल भी करते हैं जो आमतौर पर पूजा घर में नहीं होना चाहिए। जैसे किचन में लहसुन प्याज का खाना भी बनाया जाता है जो पूजा के स्थान को भी अपवित्र कर सकता है।

घर में मंदिर ईशान कोण में शुभ होता है

घर में पूजा स्थल हमेशा उत्तर-पूर्व ईशान दिशा में बनाना चाहिए क्योंकि ईशान कोण शुभ प्रभावों से युक्त होता है। घर के इसी क्षेत्र में सत्व ऊर्जा का प्रभाव शत-प्रतिशत होता है इसलिए इसे पूजा का स्थान बनाने से शुभ लाभ की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिशा में मंदिर रखने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है।

मंदिर के आसपास किचन नहीं होना चाहिए साथ ही मंदिर कभी भी सीढ़ियों के नीचे नहीं बनाना चाहिए। घर के भीतर पूजाघर बनवाते समय हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि इसके नीचे या ऊपर या फिर अगल-बगल शौचालय नहीं होना चाहिए , वास्तव में यह नकारात्मक ऊर्जा को लाती है।

नोट: उज्जवल प्रदेश न्यूज पोर्टल इन बातों की पुष्टि नहीं करती है कृप्या इन उपायों को प्रयोग करने से पहले ज्योतिष शास्त्र के गुरुओं से संपर्क करें।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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