विप्रो ने 1 लाख के बनाए 1.8 करोड़ रुपये

नई दिल्ली

आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) ने ताबड़तोड़ रिटर्न देने के साथ ही पिछले कुछ साल में निवेशकों को कई बोनस शेयर दिए हैं। विप्रो ने पिछले 20 साल से कम में इनवेस्टर्स को 5 बार बोनस शेयर दिए हैं। विप्रो (Wipro) ने पिछला बोनस शेयर तीन साल पहले मार्च 2019 में 1:3 के रेशियो में दिया था। यानी, हर 3 शेयर पर Wipro ने 1 बोनस शेयर दिया। Capitaline के डेटा के मुताबिक, इससे पहले विप्रो ने जून 2004 में 2:1 के रेशियो में, अगस्त 2005 में 1:1 के रेशियो में, जून 2010 में 2:3 के रेशियो में और जून 2017 में 1:1 के रेशियो में बोनस शेयर दिए थे।

विप्रो के शेयरों ने ऐसे 1 लाख के बनाए 1.8 करोड़ रुपये

आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) के शेयर 30 अप्रैल 2004 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 57.92 रुपये के स्तर पर थे। अगर किसी व्यक्ति ने उस समय कंपनी के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते तो उसे विप्रो के 1726 शेयर मिलते। अगर उस व्यक्ति ने विप्रो के शेयरों में अपना निवेश बनाए रखा होता तो 5 बार बोनस शेयर मिलने के बाद मौजूदा समय में उसके पास टोटल 46026 शेयर होते। विप्रो के शेयर 2 सितंबर 2022 को बीएसई में 407.80 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। इन शेयरों की वैल्यू 1.87 करोड़ रुपये होती।

इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में 43% से ज्यादा की गिरावट

विप्रो (Wipro) के शेयरों में इस साल अब तक 43.25 पर्सेंट की गिरावट आई है। इस साल की शुरुआत में 3 जनवरी 2022 को विप्रो के शेयर बीएसई में 718.60 रुपये के स्तर पर थे। कंपनी के शेयर 2 सितंबर 2022 को बीएसई में 407.80 रुपये पर बंद हुए हैं। पिछले 6 महीने में विप्रो के शेयरों में करीब 30 पर्सेंट की गिरावट आई है। वहीं, पिछले एक साल में विप्रो के शेयर 40 पर्सेंट से ज्यादा गिर गए हैं। पिछले 5 साल में विप्रो के शेयरों में 82 पर्सेंट के करीब तेजी आई है।

– डिस्‍क्‍लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है।

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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