MP News : वाहन पोर्टल से लिंक होगी NCRB की वेबसाइट, वाहनों का आपराधिक रिकॉर्ड दिखेगा

Latest MP News : प्रदेश के RTO Office में नए साल से पुराने वाहनों के नाम ट्रांसफर, डुप्लीकेट पंजीयन कार्ड और दूसरे राज्य में जाने के लिए लगने वाली एनओसी को घर बैठे करने की व्यवस्था 15 दिन बीतने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है।

Latest MP News : उज्जवल प्रदेश, ग्वालियर. प्रदेश के आरटीओ आॅफिसों में नए साल से पुराने वाहनों के नाम ट्रांसफर, डुप्लीकेट पंजीयन कार्ड और दूसरे राज्य में जाने के लिए लगने वाली एनओसी को घर बैठे करने की व्यवस्था 15 दिन बीतने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है।

दरअसल, वाहन पोर्टल से नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वेबसाइट के लिंक नहीं होने से ऐसा हो रहा है। अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि दो-तीन दिन में काम होने लगेगा। इस सुविधा के शुरू होने के बाद परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल पर ही वाहनों का अपराधिक रिकॉर्ड दिखेगा। पुराने वाहनों से जुड़ा कोई भी काम करने पर सिस्टम में विकल्प आएगा।

यहां उस वाहन का पंजीयन नंबर डालते ही सीधे नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वेबसाइट खुल जाएगी। इसके बाद वाहन से जुड़ी जानकारी आ जाएगी। अगर वाहन किसी अपराध में उपयोग हुआ होगा या मालिक का नाम अलग आएगा, तो पूरी जानकारी मिल जाएगी।

इसके बाद आरटीओ अधिकारी अपने स्तर पर उसका काम रोक देंगे। बता दें कि परिवहन विभाग के निर्देश पर आरटीओ आॅफिसों में 18 दिसंबर से पुराने वाहनों के नाम ट्रांसफर और अन्य काम रोक दिए गए। सभी आरटीओ को निर्देशित किया गया था कि 31 दिसंबर वाहन ट्रांसफर की पेडेंसी खत्म करें,ताकि 1 जनवरी से ये काम आनलाइन किए जाएंगे। वाहन मालिकों के अनुसार अब आॅनलाइन व्यवस्था लागू कर देने से काफी परेशानी हो रही है।

एक माह पहले बेची गई गाड़ी का अब तक नाम ट्रांसफर नहीं हुआ है। यही हाल डुप्लीकेट पंजीयन कार्ड का है। आरटीओ अफसरों ने बताया कि यह पूरा काम वाहन पोर्टल के माध्यम से होना है। हमने इसके लिए दूसरे राज्यों की तरह नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की लिंक मांगी है, लेकिन वह नहीं मिल रही है। इससे काम अटक गया है। ऐसा हो जाने पर चोरी या अपराध में प्रयुक्त गाड़ी का नाम ट्रांसफर नहीं हो पाएगा।

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