Vastu Tips: घर में पालें सुनहरे रंग की मछली, बदल जाएगा आपका भाग्य
Vastu Tips: घर में अगर सुनहरे रंग की मछली पाली जाए तो निश्चित रूप से आपके भाग्य में बदलाव देखने को मिलेगा। खासकर धन से संबंधित परेशानी धीरे धीरे खत्म होने लगेगी।

Vastu Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. घर में अगर सुनहरे रंग की मछली पाली जाए तो निश्चित रूप से आपके भाग्य में बदलाव देखने को मिलेगा। खासकर धन से संबंधित परेशानी धीरे धीरे खत्म होने लगेगी। ज्योतिष की मानें तो घर की उन्नति में वास्तु का विशेष महत्व है। अक्सर देखा गया है कि घर में रखी हर एक वस्तु यदि वास्तु के हिसाब से रखी जाए तो पॉजिटिव ऊर्जा आती है। पुराणों में भी उल्लेख है कि भगवान ब्रह्मा ने वास्तु-शास्त्र बनाया, जो एक घर और कार्यस्थल के निर्माण के लिए विशेष रूप से फलदायी माना जाने लगा।
नकारात्मक शक्तियां दूर भागने लगती हैं
अगर लगातार यह उपाय किया जाए तो आने वाले समय या यूं कहें कि धीरे धीरे घर से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर भागने लगती हैं। इसी तरह वास्तु के उपायों में से एक है घर में एक्वेरियम या मछलियों का पालना। वास्तु की मानें तो घर में मछली रखना बेहद शुभ होता है और ये घर से सभी तरह की नकारात्मकता को दूर करती है। मछली को घर लाना और सही दिशा में एक्वेरियम स्थापित करना जैसी कई बातें घर से वास्तु दोष को दूर करने में मदद करती हैं।
यह है घर में मछली रखने का महत्व
ज्योतिष के अनुसार मछली चप्पल, चंचल और चलायमान होती है। इसलिए इसको देखने मात्र से हमारे घ्ज्ञर से नकारात्मकता मिट जाती है। इससे शरीर में स्फूर्ति का संचार तेजी से होता है। भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार लेने के कारण मछली को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि घर में मछली रखने पर मां लक्ष्मी का स्थायी रूप से वास होता है, और घर की दरिद्रता दूर हो जाती है।
और धन और ऊर्जा में वृद्धि होती
बता दें कि अपने घर में हम उत्तर और पूर्व की दिशा में मछली एक्वेरियम में पालें तो उससे आपके घर की नकारात्मकता दूर हो जाएगी और आपके घर में मां लक्ष्मी का वास होगा। कुछ लोग अपने घर में सोने या चांदी की मछली बनवा कर उन्हें उत्तर या पूर्व दिशा के कोने में स्थापित कर देते हैं। इससे भी घर की शोभा बढ़ जाती है, और धन और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
मछली अक्सर समृद्धि से जुड़ी होती है
वास्तु में उल्लेख है कि मछली के रंग का एक अलग अर्थ होता है। अगर घर में कुछ तय रंगों की मछली रखना घर के लिए ज्यादा शुभ है। सफेद या सुनहरे रंग की मछली सौभाग्य का प्रतीक है तो वहीं ये रंग धातु तत्वों का प्रतीक हैं, इसलिए ऐसी मछली अक्सर समृद्धि से जुड़ी होती हैं।
घर में ब्लैक गोल्डफिश रखते हैं
जब भी मछली को पालें तो रंगों का चयन जरूर करें। वास्तु के हिसाब से गहरे रंग जैसे नीला, काला और ग्रे पानी के तत्वों से जुड़े हैं। इसलिए, वे नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करते हैं। उदाहरण के लिए, लोग घर में नकारात्मकता को दूर करने के लिए ब्लैक गोल्डफिश रखते हैं जो घर के लिए सकारात्मक संकेत देती है।
भूरी और पीली मछली भी पाल सकते हैं
सौभाग्य को बढ़ाने के लिये हम बैंगनी और लाल रंग की मछली पालें । वास्तु की मानें तो मछलियों की तरह भाग्य को बढ़ावा नहीं देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि आग पानी को बहा देती है। भूरी और पीली मछली पृथ्वी के तत्वों को परिभाषित करती है। वे मौद्रिक भाग्य को आकर्षित कर सकती हैं।
भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं
मछली को जल की रानी तो कहा ही गया है। इसी के साथ वास्तु के नजरिये से भी इसे घर में पालना बेहद शुभ माना गया है। जिस घर में लोग एक्वेरियम में मछलियां पालते हैं उस घर में धन की कमी नहीं रहती। माना जाता है कि मछली पालने, उनकी सेवा करने और उनको दाना डालने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। क्योंकि भगवान विष्णु का पहला अवतार मत्स्य का ही था।
नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।